सही सनस्क्रीन को चुनते समय आप भ्रमित हो जाते है और इस वजह से आप उन बोतल को चुनते है जिसका आपको पता ही नहीं रहता की ये सुरक्षित एवं प्रभावशाली है कि नहीं। सही सनस्क्रीन का चुनाव करना बहुत ही महत्वपूर्ण चीज़ है क्यूंकि इस पर आपकी त्वचा की सेहत पूर्ण तरह से निर्भर रहती है।
बहुत से लोगो को ये भ्रम है की मोइस्चराइज़र और फाउंडेशन जिसमे SPF प्रोटेक्शन मौजूद है वो उन्हें सूरज से सुरक्षित रखता है। सनस्क्रीन लोशन में केवल SPF मौजूद होने से आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से सुरक्षा नहीं प्राप्त होती है। सही सनस्क्रीन का चुनाव करना बहुत ही भ्रामक परिस्तिथि है। इनका सही चुनाव करना आसान हो जाएगा अगर आप इस आर्टिकल में दर्शाए गए 5 चीज़ों को ध्यान में रख कर सनस्क्रीन को खरीदते है तो।
सनस्क्रीन लोशन आज कल हम सभी के लिए अनिवार्य हो गया है क्यूंकि हम सब ज्यादातर घर से बहार रहते है और हमारी त्वचा सूरज की हानिकारक किरणों का रोजाना शिकार बनती है। कभी- कभी हमे सूरज से बचने के लिए उपकरण जैसे सनग्लास्सेस, छत्री और अन्य नहीं मिलते है। इसलिए सनस्क्रीन एक बेहतरीन सामग्री है जो त्वचा को हमेशा सुरक्षित रखेगी। इसलिए अभी सही समय है की आप श्रेष्ठ सनस्क्रीन का चुनाव करें जो आपको सूट करता हो। इस आर्टिकल में हम आपको त्वचा की देखभाल के लिए सही सनस्क्रीन का चुनाव करना सिखायेंगे।
स.प.फ (SPF)
हर सनस्क्रीन की बोतल पर अलग- अलग स.प.फ (SPF) की मात्रा लिखी होती है लेकिन इसका ये मतलब नहीं की ज्यादा SPF कंटेंट वाली क्रीम त्वचा को ज्यादा सुरक्षित रखेगी। EWG के अनुसार सनस्क्रीन को SPF 15 से लेकर SPF 50 तक बनाया जा सकता है लेकिन सनस्क्रीन में SPF 50 से ज्यादा नहीं होना चाहिए। रिसर्च के अनुसार SPF अगर 50 से अधीक होता है तो वो ज्यादा सुरक्षा प्रदान नहीं करता है। लेकिन बहुत से लोग ये सोचते है की ज्यादा SPF वाला सनस्क्रीन त्वचा पर ज्यादा समय तक बना रहता है और कम SPF वाला सनस्क्रीन ज्यादा देर तक नहीं रहता और ज्यादा सुरक्षा भी नहीं प्रदान करता है। साथ ही ये सोचते है की कम SPF वाली क्रीम को बार- बार लगाने से उनकी त्वचा को हानि पहुँचती है।
ब्रॉड रेंज (Broad range)
त्वचा के जलन और टैनिंग का कारण UVB रेस है जो स्किन कैंसर भी उत्पन्न कर सकती है। ये सबसे खतरनाक रेस है। UVA रेस से सन बर्न तो नहीं होता लेकिन ये त्वचा के अंदर दूर से ही समाह जाती है और फिर एजिंग के संकेत जैसे झुर्रियां, त्वचा का ढीला होना और सन स्पॉट को उत्पन्न करती है। इसलिए सही यह है की आप अपनी त्वचा को इन दो हानिकारक किरणों से बचाए। इसके लिए आपको उन सनस्क्रीन बोतल को चुनना होगा जिन पर “ ब्रॉड स्पेक्ट्रम” या “ ब्रॉड सिलेक्शन UVA/UVB” लिखा हो।
वाटर रेसिस्टेंट (Water resistance)
अगर आपकों बहार जाना हो और आपकी त्वचा पर ज्यादा पसीना आता हो या आप ऐसी जगह पर जा रहे है जहाँ आपको पानी का सामना करना पडेगा तो आपको वाटर रेसिस्टेंट सनस्क्रीन का उपयोग करना चाहिए। ये ध्यान रखें की ये वाटरप्रूफ नहीं है इसलिए आपकी त्वचा को पानी से 40 से 80 मिनट तक ही सुरक्षित रख सकेंगे। इसलिए जब भी आप नयी डुबकी मारने जा रहे है तो आपको इस सनस्क्रीन को दुबारा लगाना होगा।
इस आर्टिकल को आगे पढ़िए और जानिये की आपको किन केमिकल से अपनी त्वचा को दूर रखना है। साथ ही इसमें आपको सही सनस्क्रीन के चुनाव के बारे में बताएँगे।
त्वचा की देखभाल कैसे करे, इन केमिकल से दूर रहें (Chemicals in order to avoid)
ओक्सीबेंज़ोन (Oxybenzone)
ये UV रेस को सोख लेता है और कुछ रिपोर्ट के अनुसार ये इन रेस को त्वचा और ब्लड स्ट्रीम तक सोखता है। EWG और टॉक्सिकोलॉजी प्रोफेशनल (toxicology professional) के अनुसार ये केमिकल हॉर्मोन में दिक्कत ला सकता है, टिश्यू को क्षति पहुँचा सकता है और साथ ही स्किन कैंसर को उत्पन्न कर सकता है।
रीटेनिल पैल्मिटेट (Retinyl palmitate)
एनिमल रिपोर्ट (animal report) के अनुसार ये एक प्रकार से विटामिन A है जो स्किन कैंसर के जोखिम को कम करता है और जो लोग ज्यादा समय सूरज की किरणों में बिताते है उन्हें ये सही सूट करता है। लेकिन EWG ने ये कहाँ है की रीटेनिल पैल्मिटेट (retinyl palmitate) कोई भी प्रभाव सनस्क्रीन पर नहीं डालता है, इसलिए बेहतर होगा की आप इस केमिकल पदार्थ से दूर रहें।
पैराबेंस (Parabens)
ज्यादातर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट में पैराबेंस (parabens) मौजूद होता है जो माइक्रोबियल का विकास नहीं होने देता है। पैराबेंस ज्यादातर एस्ट्रोजन (estrogen) की तरह प्रभाव दिखाता है जो आपके स्तन में अलग प्रकार के कैंसर को उत्पन्न करने में सहायक होता है और यही नहीं ये केमिकल स्तन में पाया जाता है और FDA के अनुसार ये कैंसर को बनने में सहायता करता है। जैसे की अभी सही से पता नहीं चल पाया है की पैराबेंस शरीर के लिए हानिकारक है की नहीं इसलिए बेहतर होगा की आप इस केमिकल के पदार्थ से दूर रहें।
सही सनस्क्रीन का चुनाव करते समय इन 5 चीज़ों का ध्यान रखें (Five things to consider for choosing the right sunscreen)
फोटो स्टेबिलिटी (Photo stability)
एक सही सनस्क्रीन को फोटो स्टेबल होना चाहिए अर्थात इसकी सुरक्षा टूटनी नहीं चाहिए जब भी त्वचा सूरज की किरणों के संपर्क में आती है। फोटो स्टेबल सनस्क्रीन त्वचा को सूरज की UV रेस से बचाता है। फिजिकल UV फिल्टर्स (physical UV filters) और कुछ केमिकल फिल्टर्स (chemical UV filters) में फोटो स्टेबल होता है लेकिन कुछ केमिकल फिल्टर्स हाइली अनस्टेबल भी होते है।
ब्रॉड- स्पेक्ट्रम प्रोटेक्शन (Broad-spectrum protection)
इसका अर्थ ये हुआ की ये सनस्क्रीन क्रीम त्वचा को दोनों UVA और UVB रेस से बचाएगी। केवल एक UV रेस से सुरक्षा मिलना मतलब दूसरी UV रेस त्वचा को क्षति पहुँचा सकती है। इसलिए यह अनिवार्य है की आप ब्रॉड स्पेक्ट्रम वाला सनस्क्रीन का चुनाव करें। ये सनस्क्रीन फैक्टर्स जैसे SPF और PPD दिखाएगा। SPF एक सन प्रोटेक्शन फैक्टर है जो सनस्क्रीन में अलग- अलग मात्रा में मौजूद रहता है और उस अनुसार ये UVB रेस से त्वचा को सुरक्षित रखता है। PPD मतलब पर्सिस्टंट पिगमेंट डार्कनिंग (persistant pigment darkening) है जो त्वचा को UVA रेस से बचाने के लिए मात्रा / मैशर (measure) को दर्शाता है। SPF सन बर्न से सुरक्षित रखता है और PPD फोटो एजिंग से बचाता है।
कम चिडचिडाहट, ब्रेकआउट और सूखापन (Minimal irritation, breakouts, and/or dryness)
एक और फैक्टर जिसका आपको ध्यान रखना चाहिए जब भी सही सनस्क्रीन का चुनाव करना हो तो वो है की उसमे किसी भी प्रकार की त्वचा सम्बंधित चिडचिडाहट या जलन ना हो। कुछ सनस्क्रीन ब्रेकआउट का कारण बनती है और साथ ही त्वचा को ड्राई के साथ रूखी भी बना देती है। फिजिकल UV फ़िल्टर से ज्यादा केमिकल UV फ़िल्टर त्वचा को चिडचिडाहट बना सकता है। अगर आपकी त्वचा पर सनस्क्रीन के कारण खुजली उत्पन्न होती है तो फिजिकल सनस्क्रीन से अपनी सनस्क्रीन को बदल लें इसका ये अर्थ हुआ की आपकी त्वचा UV फिल्टर्स से सेंसिटिव है। सनस्क्रीन जिन्मे ज्यादा अल्कोहल कंटेंट (alcohol content) होता है वो त्वचा को ज्यादा ड्राई बनाता है। इसलिए बेहतर होगा की आप सनस्क्रीन को लगाने से पहले मोइस्चराइज़र को लगाए।
कोस्मेटिकली एलिगेंट फिनिश (Cosmetically elegant finish)
फ़िल्टर का ऐसा प्राकृतिक गुण है की वो सनस्क्रीन में कोस्मेटिकली एलिगेंट फिनिश को बनाने में थोडा मुश्किल कर देता है। हाल ही में निकली सनस्क्रीन को ऐसे बनाया है की वे त्वचा को अच्छा महसूस कराए और साथ ही एक बढ़िया सुगंध प्रदान करें। इसलिए उन सनस्क्रीन का चुनाव करें जो बेहतर फिनिश प्रदान करें लेकिन इसके लिए सुरक्षा के साथ समझौता ना करें।
दाम और इन सनस्क्रीन का उपलब्ध होना एक और चीज़ है जिसका आपको ख्याल रखना है और इस अनुसार सही सनस्क्रीन का चुनाव करना है। सनस्क्रीन का ना उपलब्ध होना एक समस्या है। लेकिन आज कल आप सनस्क्रीन को आसानी से पा सकते है ऑनलाइन शौपिंग द्वारा। ऑनलाइन से आप विदेश से बिना कोई समस्या के सनस्क्रीन को अपने घर पर पा सकते है।
सनस्क्रीन को सही लगाने का तरीका (Steps to wear the sunscreen the right way)
ये भी अनिवार्य है की आपको पता हो की सनस्क्रीन को कैसे लगाया जाता है। ज्यादा सुरक्षा पाने के लिए आपको उस सनस्क्रीन का चुनाव करना चाहिए जो फोटो स्टेबल, ब्रॉड स्पेक्ट्रम हो और जो अच्छा महसूस कराए। कैसे सनस्क्रीन को सही रूप से लागाये जिस से आप ज्यादा सुरक्षित रह सकते है उस तरीके को नीचे दर्शाया गया है।
आर्डर अनिवार्य है (Order is important)
सनस्क्रीन को हमेशा मोइस्चराइज़र के बाद और मेकअप से पहले लगाए। अगर आप मेकअप नहीं लगाते है तो आपको सनस्क्रीन को सबसे आखरी में लगाना चाहिए। आपको सनस्क्रीन को 20 से 30 मिनट के बाद लगाना चाहिए अगर आपने इस से पहले कोई कॉस्मेटिक का उपयोग किया है तो। सनस्क्रीन का बहारी परत सूरज की किरणों से सुरक्षा प्रदान करती है।
सनस्क्रीन को कार्य शुरू करने तक इंतज़ार करें (Wait for the sunscreen to work)
केमिकल सनस्क्रीन त्वचा के अंदर सोखने के लिए समय लेते है और ये त्वचा की परत को 20 से 30 मिनट के बाद ही सुरक्षा प्रदान करते है। लेकिन फिजिकल फ़िल्टर को कोई समय नहीं लगता। सनस्क्रीन जिन्मे टाइटेनियम डाइऑक्साइड (titanium dioxide) और जिंक ऑक्साइड एक्टिव (zinc oxide active) मौजूद हो वो तुरंत प्रभाव दिखाना शुरू कर देता है। सही आईडिया होगा अगर आप सनस्क्रीन को बहार निकलने से 15 से 30 मिनट पहले लगाए। क्यूंकि कुछ सनस्क्रीन है जिन्मे दोनों फिजिकल और केमिकल फिल्टर्स मौजूद होते है।
सनस्क्रीन को उदारतापूर्वक उपयोग करें (Use sunscreen liberally for skin ki dekhbhal)
सनस्क्रीन को उदारतापूर्वक अपने चेहरे और हाथ पर लगाना चाहिए। हाथों और चेहरे के लिए ½ छोटी चमच सनस्क्रीन की काफी है और शरीर के लिए 2 छोटी चमच सनस्क्रीन का उपयोग करना होगा। इस क्वांटिटी से आपकी त्वचा पर अधीक सनस्क्रीन लग जाएगा और इस तरह आप सूरज की हानिकारक किरणों से सुरक्षित रहेंगे।
स्किन की देखभाल, सनस्क्रीन को किस गति में लगाए (The motion of the potion)
सनस्क्रीन को हाथ फेरकर (patting) लगाना चाहिए ना की रब कर के। इस से आपको कोई चिडचिडाहट या जलन महसूस नहीं होगी और सनस्क्रीन भी सही से लग जायेगी।
स्किन केयर टिप्स, पूरे दिन में दुबारा भी लगाए (Re-apply throughout the day)
ये महत्वपूर्ण अहि की आप सनस्क्रीन को हर 2 घंटे में लगाए अगर आप लम्बे समय से बहार है, आपको ज्यादा पसीना आ रहा है, आप लगातार व्यायाम कर रहे है। क्यूंकि पसीना, पानी, चेहरे पर आयल से सनस्क्रीन की मात्रा घट सकती है और इस कारण आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से कम सुरक्षा प्राप्त होगी। सनस्क्रीन को फिर से लगाने से आपको पूर्ण सुरक्षा मिलेगी।
त्वचा की देखभाल के लिए सही सनस्क्रीन चुनने के उपाय (Ways to choose right sunscreen for skin care)
ब्रैंड वाला चुने (Go for brands)
ये हमेशा सही चुनाव होगा अगर आप प्रसिद्ध ब्रैंड के प्रोडक्ट को चुनते है। कोई सस्ता या कम क्वालिटी वाला प्रोडक्ट में उतनी क्षमता नहीं होती की वो आपकी त्वचा की सही से देखभाल कर सके। अगर आपको बेहतरीन त्वचा चाहे तो आपको मार्किट में से ब्रैंड वाला प्रोडक्ट का चुनाव करना चाहिए।
UV रेस को ब्लॉक करे (UV rays blocker)
सनस्क्रीन को आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक UV रेस से बचाना चाहिए। जब भी आप मार्किट में सनस्क्रीन को खरीदने जा तहे है तो आपको उस प्रोडक्ट का चुनाव करना चाहिए जो UV रेस के प्रभाव को त्वचा पर पड़ने से ब्लॉक करे।
त्वचा की प्रकार के अनुसार SPF चुने (SPF as per skin type)
हर व्यक्ति की अलग प्रकार की त्वचा होती है। SPF त्वचा के प्रकार पर निर्भर रहता है। उदाहरण के लिए अगर आपकी त्वचा ज्यादा गोरी है तो आपको SPF 30 से 50 के बीच वाले सनस्क्रीन की आवश्यकता पड़ेगी। अगर आपकी त्वचा का रंग उज्ज्वल / लाइट है तो आपको SPF फैक्टर 15 से 30 के बीच वाले सनस्क्रीन को चुनना है। जो व्यक्ति की त्वचा मध्यम रंग की है उन्हें SPF 6 से 15 तक का सनस्क्रीन का चुनाव करना चाहिए। जो व्यक्ति डार्क या ज्यादा डार्क है उन्हें SPF फैक्टर 2 से 10 तक के सनस्क्रीन का चुनाव करना होगा।
कस्टमर रिव्यु (Customer reviews)
जब आप मार्किट से प्रोडक्ट खरीदने जा रहे है तो बेहतर होगा की आप इस प्रोडक्ट के बारे में उनके उपयोगकर्ता के रिव्यु से जान लें। क्यूंकि ये उपयोगकर्ता को पता है की उस प्रोडक्ट ने उन पर कैसा प्रभाव दिखाया है और उनके इस रिव्यु से आप सही सनस्क्रीन का चुनाव आसानी से कर सकते है। इसलिए उपयोगकर्ता के रिव्यु के लिए आपको ऑनलाइन इ- कॉमर्स वेबसाइट पर जा कर पढ़ना होगा और जिस प्रोडक्ट के ज्यादा पॉजिटिव रिव्यु है आपको उस प्रोडक्ट का चुनाव करना होगा। इस तरह आप सही और प्रसिद्ध सनस्क्रीन लोशन को चुन पाते है।
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