Wednesday, January 11, 2017

पैर के अंगूठे का नाखून अन्दर से बढ़ने के घरेलू नुस्खे

अंदरूनी नाखूनों का मतलब उन नाखूनों से होता है जो आपकी उँगलियों से जुड़े मांस के अन्दर बढ़ रही होती हैं। इस समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को पैरों के नाखूनों के ऊपर दर्द, लालपन और सूजन की परेशानी हो सकती है। अगर आप अपने पैरों के नाखूनों के किनारों को महीनों तक बिना काटे छोड़ देते हैं तो इससे अंदर से बढ़ने वाले नाखूनों की समस्या पैदा हो जाती है। नाखूनों की इस समस्या के इलाज के कई तरीके हैं। इनमें से एक इलाज नाखूनों के किनारों को काटना है। अगर आप इससे गंभीर रूप से प्रभावित हो गए तो किसी डॉक्टर को दिखाएं तथा एंटीबायोटिक (anti biotic) लें। कुछ लोगों के नाखून काफी अजीब तरीके से मोटे हो जाते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए कई घरेलू उपाय उपलब्ध हैं।

नाखूनों के अन्दर से बढ़ने की समस्या या ओनिकोक्रिप्टोसिस (Onychocryptosis) नाखूनों की एक काफी आम बीमारी है। यह एक काफी जिद्दी बीमारी है, जिसके अंतर्गत नाखून इस तरह बढ़ते हैं कि इससे अंत में नाखूनों के ऊपर के दोनों तरफ का हिस्सा कट जाता है जो काफी दर्दनाक होता है। यह बीमारी आमतौर पर एक जीवाणु द्वारा पैदा की गयी सूजन से शुरू होता है और इसके बाद नाखून त्वचा की गहरी परत में अटक जाते हैं। यह एक जाना माना तथ्य है कि ज़्यादातर हम अपने हाथों और पैरों में अन्दर से बढ़े नाखून देखते हैं, पर यह आमतौर पर पैर के अंगूठे के नाखूनों के साथ ही ज्यादा होता है। इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
  • सबसे पहले अंगूठे के नाखूनों पर काफी कसावट वाले जूते पहनकर दबाव डालने से भी नाखून अन्दर से बढ़ने की समस्या सामने आती है।
  • कई बार पैर के अंगूठे के नाखून में चोट लगने से भी नाखून बढ़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • अपने नाखूनों को नियमित रूप से काटना काफी अच्छी बात है, पर इसे काफी छोटा काट देने पर भी नाखूनों के अन्दर से बढ़ने की समस्या सामने आ सकती है।
  • इसके अलावा नाखूनों को बराबर लम्बाई में काटने से भी ओनिकोक्रिप्टोसिस की समस्या सामने आ सकती है।
  • नाखूनों को बेहिसाब लंबा करने से भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।

अन्दर से नाखून बढ़ने की निशानियाँ और लक्षण (Signs & symptoms of ingrown toenails ( nakhun ke rog) or onychocryptosis)

  • ओनिकोक्रिप्टोसिस की समस्या का शिकार होने का सबसे पहला और मुख्य लक्षण होता है अंगूठे के नाखूनों के दोनों तरफ असहनीय दर्द और पीड़ा एवं नरमाहट का अनुभव करना।
  • एक और लक्षण अंगूठे के नाखूनों के पास लालपन एवं सूजन का अहसास करना है।
  • अंगूठे के नाखून के आसपास की त्वचा पर संक्रमण होना।
  • लगातार हो रहा लालपन तथा पस का जमना।
  • पैरों के पास रक्त के संचार में कमी आना।

अन्दर से बढ़े नाखूनों का उपचार (Treatment for ingrown toenails or onychocryptosis)

  • अगर आपको अंगूठे के पास लालपन दिखे और असहनीय दर्द का अहसास हो तो आप एक नर्म रुई के गोले को रखकर नाखून के सिरे को उठाकर दांतों के फ्लॉस (floss) का प्रयोग करके त्वचा से जुड़े नाखून को हटा सकते हैं। इससे अन्दर से बढ़ रहा नाखून आसानी से निकल सकता है। पर इस विधि का प्रयोग रोज़ करें।
  • अन्दर से बढ़े नाखून या ओनिकोक्रिप्टोसिस की स्थिति में नाखूनों को थोड़ा सा हटाया जा सकता है। डॉक्टर आमतौर पर या तो नाखूनों को ट्रिम (trim) कर देते हैं या फिर आपको बेहोश करके इसे हल्का सा हटा देते हैं।
  • अन्दर से बढ़ रहे नाखून की कोशिका को किसी गंभीर संक्रमण या अन्य किसी समस्या की स्थिति में निकाला जा सकता है। ऐसा सिर्फ डॉक्टर के जोर देने पर तथा लेज़र (laser), रासायनिक रूप से या किसी और तरीके से करें।
  • किसी खाने वाली या लगाने वाली दवाई से भी इस समस्या का इलाज हो सकता है।

अन्दर से बढ़े नाखूनों से बचाव के उपाय (Prevention of ingrown toenails or onychocryptosis)

  • नाखूनों की परेशानी, नियमित तौर से अपने पैरों के नाखूनों को ट्रिम करना तथा उनका आकार बनाए रखना ओनिकोक्रिप्टोसिस से बचाव प्रदान करता है। इसके अलावा यह पैरों में रक्त के संचार में भी वृद्धि करता है।
  • नाखूनों को ज़रुरत से ज़्यादा लंबा कर देने से भी ओनिकोक्रिप्टोसिस की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
  • सही माप के जूते पहनना नाखूनों की सही बढ़त के लिए काफी आवश्यक होता है। इससे आपके पैरों में अतिरिक्त दबाव भी नहीं पड़ेगा।
  • अच्छी गुणवत्ता के जूते पहनने से भी आपके अंगूठे के नाखून सुरक्षित रहते हैं, जिससे इन्हें लगने वाली किसी भी चोट से आपको बचाव प्राप्त होता है।

अंदरूनी नाखूनों के बढ़ने की समस्या के घरेलू नुस्खे (Home remedies for ingrown toenails)

अंगूठे और पैर को डुबोना (Soaking toe and feet for nakhun ki bimari ka ilaj)

अगर अन्दर से बढ़े नाखूनों की वजह से आपको दर्द हो रहा है, तो अपने अंगूठे को डुबोना एक प्रभावी उपाय सिद्ध होगा। पर इसे ठन्डे पानी में ना डुबोएं। एक बाल्टी हल्का गर्म पानी लें जिसमें थोड़ा सा एप्सम (epsom) नमक मिश्रित किया हुआ हो। अब इस पानी में अपने पैरों को 5 से 10 मिनट के लिए डुबोकर रखें और अन्दर से बढ़े नाखूनों से छुटकारा प्राप्त करें। अगर आप डॉक्टर के पास जाएंगे तो वह आपको जलन दूर करने के तरीके बतायेगा जिससे यह समस्या जल्दी ठीक की जा सकेगी।

नाखून रोग में किसी मलहम का प्रयोग (Application of ointment for nakhun ka ilaj)

नमक युक्त पानी में पैरों को डुबोने के बाद अगला कदम मलहम का प्रयोग होगा। अगर आप ट्रॉपिकल एंटीबायोटिक ड्रेसिंग (जब opical antibiotic dressing) का प्रयोग कर सकें तो और भी अच्छा होगा। ऐसी स्थितियां आ सकती हैं जब नाखूनों की वजह से आपकी त्वचा भी कट सकती है। आप अच्छे प्रभाव के लिए नियोस्पोरिन (Neosporin) मलहम का प्रयोग भी कर सकते हैं।

खुद डॉक्टर बनने की कोशिश ना करें (Don’t act as a surgeon)

कुछ लोगों की यह आदत होती है कि वे किसी औज़ार का प्रयोग करके मांस में गड़े नाखून को काटने की चेष्टा करते हैं। कई लोग बाथरूम (bathroom) के औजारों का प्रयोग करके भी इन नाखूनों को काटने का प्रयास करते हैं। यह कदम काफी भयावह हो सकता है क्योंकि इससे आपके संक्रमित होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।

नाखून की देखभाल में नाखूनों की ट्रिमिंग (Trimming of nails)

हम सभी जानते हैं कि इलाज से बेहतर बचाव होता है। अगर आप नियमित तौर से अपने नाखूनों को ट्रिम करें तो आपकी अंदरूनी रूप से बढ़ते नाखूनों से प्रभावित होने की संभावना ना के बराबर होती है। चाहे नाखून आपके हाथ के हों या पैरों के, इनकी नियमित ट्रिमिंग करना एक ज़रूरी कदम साबित होता है। अपने हाथों और पैरों के नाखूनों के अन्दर जमी गन्दगी को साफ़ करें तथा इन्हें हमेशा साफ़ सुथरा रखें।

रुई से दांतों का फ्लॉस (Cotton dental floss for nail ki dekhbhal)

अगर आपके पैरों के नाखून अन्दर से बढ़ रहे हैं तो आपके पास इससे लड़ने के लिए एक प्रभावी घरेलू नुस्खा है। आप दांतों के फ्लॉस या ताज़ा रुई को नाखूनों के अंदरूनी किनारे पर रखना है। इससे आपके नाखून त्वचा के किनारों से ऊपर अच्छे से उगेंगे। जब तक दर्द कम नहीं हो जाता, तब तक रोजाना फ्लॉस और रुई को बदलते रहें। यह अंदरूनी नाखूनों का बेहतरीन घरेलू नुस्खा है।

सही मोज़े पहनें (Wear the right socks)

मोज़े हमारे पैरों पर एक अतिरिक्त सुरक्षा परत का काम करते हैं। यह हमारे नाखूनों की सुरक्षा का काम भी करते हैं। पर फीके और रंगे हुए मोज़े पहनना खतरनाक है, क्योंकि इन कपड़ों पर प्रयोग में लाया गया रंग नाखूनों के पास की त्वचा से प्रतिक्रिया करके संक्रमण का रूप ले सकता है।

नाखूनों की देखभाल के लिए नए जूते खरीदें (Buy new shoes)

नियमित तौर से नए जूते खरीदते रहें। पुराने जूते कई तरह के जीवाणुओं से होने वाले संक्रमण का घर बन जाते हैं जिससे आपके नाखूनों को काफी ख़तरा हो सकता है। महिलाओं के सन्दर्भ में ज़्यादा उंचाई वाले जूते ना पहनें, क्योंकि इससे आपके अंगूठों पर दबाव पड़ता है।

कुछ सैंडल्स खरीदें (Get some sandals for nail treatment in hindi)

कई बार सैंडल्स का प्रयोग एक अच्छा विकल्प होता है क्योंकि इससे पैर की उँगलियों में ताज़ी हवा पहुँचती है और उन्हें सांस लेने में आसानी होती है। प्राकृतिक हवा से अच्छा कोई इलाज नहीं है।

चलने की जगह की जांच करें (Watch where you walk)

अपने सबसे आरामदायक सैंडल्स पहनकर चलना एक अच्छी बात अवश्य है, पर आपको यह भी देखना चाहिए कि आप कहाँ चल रहे हैं असमान सतह या रास्ते की ऊँच नीच आपके पैरों के नाखूनों को चोट पहुंचा सकती है, अतः आपको काफी सावधान रहना चाहिए। एक घायल नाखून कई तरह के जीवाणुओं को आमंत्रण देता है और आपको अन्दर से बढ़ रहे नाखूनों की  समस्या से दो चार होना पड़ता है।
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