मसूड़ों में खून आना एक सामान्य समस्या है, जो आजकल बहुत से लोगों में देखी जा सकती है। मसूड़ों से खून निकलने की समस्या (masudon se khoon niklane ki samsya) के कई कारण हो सकते हैं और इनके इलाज भी विभिन्न तरीके से किए जाते हैं। मसूड़ों से खून निकलने की इस समस्या को जिंजिवाइटिस (gingivitis) कहते हैं जिसमें मसूड़ों में दांतों के चारों ओर दर्द रहता है, यह मसूड़ों के रोग का प्रारम्भिक चरण है जो आगे चलकर गंभीर अवस्था में पहुँच जाता है और मसूड़ों से जुड़े भयानक रोगों को जन्म देता है।
मसूड़ों में मवाद के लिए सिट्रस युक्त फल (Citrus fruit – Treat bleeding gums at home)
शरीर में विटामिन सी की कमी की वजह से मसूड़ों के रोग हो सकते हैं, इसके लिए विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करना लाभदायक होता है। इन फलों में मुख्य रूप से नींबू, संतरा, ब्लूबेरी, रसबेरी आदि आते हैं इसके साथ ही ब्रोकली (broccoli) और पत्तागोभी (cabbage) जैसी हरी सब्जियाँ भी भोजन में शामिल करनी चाहिए, इनमें उच्च मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। इन सब के साथ आप विटामिन सी की आपूर्ति के लिए हेल्थ सप्लिमेंट्स (health supplements) भी ले सकते हैं।
मसूड़ों से निकलने वाले खून के इलाज के लिए, दूध (How to treat bleeding gum with help of milk)
अगर आपको दूध के सेवन से किसी प्रकार की समस्या नहीं है तो आप विटामिन सी की पूर्ति के लिए दूध का सेवन कर सकते हैं। दूध के सेवन के बाद उसमें मौजूद तैलीय तत्व आपके दांतों व मसूड़ों में चिपका रह सकता है जो दांतों की सेहत के लिए अच्छा नहीं है, इस बात को ध्यान में रखते हुए दूध के सेवन के बाद आवश्यक रूप से ब्रश करें। दंत विशेषज्ञ भी यह राय देते हैं कि, रात को सोने के पहले दांतों को ब्रश कर साफ करें और सोने के कम से कम 1 घंटे पहले दूध पीएं उसके बाद सोएँ।
लौंग के तेल द्वारा मसूड़ों से खून निकलने का इलाज (Clove oil treatment for bleeding gum in hindi)
मसूड़ों से खून आना और दांतों से जुड़ी किसी भी समस्या के उपचार के लिए लौंग का तेल बहुत अधिक फायदेमंद होता है। लौंग का तेल अपनी उंगली कि पोर में लेकर दांतों और मसूड़ों पर हल्के हाथों से रगड़ें और मसाज करें। इसके अलावा एक लौंग को मुख में रखकर चबाएँ और इससे निकलने वाले द्रव को चूस लें। यह स्वाद में थोड़ा तीखा होता है और मुंह में थोड़ी जलन पैदा कर सकता है पर लौंग का यह उपाय मसूड़ों की समस्या से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद करेगा।
मसूड़ों से खून निकलने पर करें, नमक से गरारा (Gargling with salt to treat bleeding gum naturally)
यह घर में किया जाने वाल एक आसान और बहुत ही प्रभावी उपाय है जिसकी मदद से आप मसूड़ों में खून आने की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए नमक को पानी में घोलकर मिश्रण बना लीजिये और इस मिश्रण से दिन में बार बार गरारा करें। यह मसूड़ों से जुडु समस्याओं को दूर करने में मदद करता है और साथ ही यह एक आसान उपाय है। अच्छे परिणामों के लिए इसे दिन में तीन बार दोहराया जा सकता है।
बेकिंग सोडा द्वारा मसूड़ों का उपचार (Baking soda to get rid of bleeding gums)
बेकिंग सोडा या खाने का सोडा दांतों व मसूड़ों के लिए लाभकारी होता है। अपने टुथब्रश में बेकिंग सोडा लेकर इससे दांतों पर ब्रश कीजिये। जैसा आप टूथपेस्ट की मदद से दांतों को साफ करते हैं ठीक उसी प्रकार से इस विधि द्वारा मसूड़ों का उपचार किया जाता है।
नमक के घोल से मसूड़ों से खून आने की समस्या का उपचार (Saline solution – Natural way to treat bleeding gum in hindi)
नमक घुले पानी से दिन में दो बार कुल्ला करने से भी मसूड़ों की यह समस्या काफी हद तक ठीक हो जाती है। इसके लिए दिन में दो बार सुबह और शाम को गुनगुने पानी में नमक मिलाकर कुल्ला करना चाहिए। यह मसूड़ों में होने वाली सूजन को कम करता है और ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) को भी पहले से बेहतर करने में मदद करता है।
कच्ची सब्जियों के द्वारा मसूड़ों से निकलने वाले खून की समस्या का उपचार (Raw vegetables to treat bleeding gums)
मसूड़ों की समस्या को खत्म करने के लिए मुंह के अंदर के अंगों में रक्त का संचरण सही तरीके से होना चाहिए, इससे मसूड़ों के रोगों को ठीक होने में मदद मिलती है। सब्जियाँ मुंह के इन रोगों को ठीक करने में सहायक होती है साथ ही मुंह के स्वास्थ्य की सुरक्षा की दृष्टि से भी यह काफी फायदेमंद है।
अपने टुथपेस्ट की सही जांच करें (Check your tooth paste)
अगली बार जब भी आप अपने लिए टूथपेस्ट या माउथ वॉश लेने जाएँ तो उसे अच्छी तरह जांच परख कर लें। उसमें प्रयोग किए जाने वाले कुछ खास तेल जैसे साल्वीस का तेल (sage oil), पुदीने का तेल और कैमोमाइल टिंचर आदि की जांच करें की उस प्रॉडक्ट में उनकी मात्रा का अनुपात कितना है? यह मसूड़ों की सेहत के लिए एक ज़रूरी पक्ष होता है।
मसूड़ों में सूजन के लिए शहद (Honey se bleeding gum ka ilaaj)
शहद एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर प्राकृतिक औषधि की तरह एक पदार्थ है जिसमें कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स भी मौजूद होते हैं। मसूड़ों पर शुद्ध शहद या मुनक्के से बने शहद की हल्की मसाज मुंह और मसूड़ों की सेहत के लिए अच्छी होती है। स्वस्थ मसूड़ों के लिए दिन में दो बार इस विधि को अपनाना चाहिए।
मसूड़ों से खून आना के लिए फिटकरी (Alum se masudo me dard mei aram)
अगर आपके मसूड़े लाल हो रहे हैं और उनमें दर्द रहता है तो यह बिमारी के लक्षण हैं। पानी में फिटकरी घोलकर इस पानी से कुल्ला करें, मसूड़ों के रोग को दूर करने में यह आपकी मदद करेगा।
एलोवेरा के करें मसूड़ों का घरेलू इलाज (Aloe vera se masudo me sujan ka upay)
एलोवेरा में प्राकृतिक रूप से घावों को भरने का गुण पाया जाता है साथ ही यह एंटी बैक्टीरियल भी होता है। यह बिमारी फैलाने वाले जीवाणुओं को खत्म करता है और किसी भी प्रकार के घावों को भी जल्दी ठीक करने में सहायक होता है। आप मसूड़ों पर एलोवेरा जेल को मसाज द्वारा लगा सकते हैं।
सेहतमंद भोजन लें (Eat a healthier diet)
आपके मुंह की सेहत और मसूड़ों में सुधार बेहतर भोजन और सेहतमंद आहार की वजह से भी हो सकता है। पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें। फलों और हरी सब्जियों का ज़्यादा से ज़्यादा प्रयोग करें। पोषक तत्वों की कमी से भी मुंह के कई रोग होते हैं। मीठे पदार्थ जैसे कैंडी, सोडा, रिफाइंड ब्रेड आदि का प्रयोग न करें। भोजन में विटामिन ए, सी कैल्शियम और मैंग्निशियम की मात्रा बढ़ाने पर मसूड़ों के कई रोगों में जल्दी सुधार आता है।
दांतों की स्वच्छता को और भी बेहतर करें (Improve your dental care routine)
घर में अपने दांतों और मसूड़ों की सुरक्षा का खयाल सिर्फ आप स्वयं रख सकते हैं। मुंह के साफ सफाई पर विशेष रूप से ध्यान दें। नियमित रूप से दांतों को साफ करें। खाने के बाद दांतों की भीतरी सफाई भी अच्छी तरह करें। ब्रश करने और मुंह की सफाई के लिए बेहतर साधनों या उपकरणों का प्रयोग करें। ध्यान रखें कि, इनसें आपके मसूड़ों या दांतों को किसी प्रकार की चोट तो नहीं पहुँच रही है। ब्रश करने के लिए मुलायम ब्रिसल वाले ब्रश का इस्तेमाल करें और हल्के हाथों से दांतों पर ब्रश करें। दांतों और मसूड़ों पर ब्रश करते समय विशेष सावधानी के साथ दबाव डालें।
आराम (Relax)
लगातार काम करने के दौरान ज़्यादा तनाव की स्थिति भी मसूड़ों से खून निकलने का एक मुख्य कारण हो सकती है। अत्यधिक तनाव कि वजह से भी मुंह के रोगों को बढ़ने में मदद मिलती है। यह समस्या मसूड़ों में दर्द व सूजन को भी बढ़ा सकती है। इसके लिए तनाव में रहने से बचें। काम का तनाव ज़्यादातर लोगों को होता है इससे बचने के लिए समय पर अपने सारे कम खत्म करें और अपने लिए आराम का कुछ वक़्त निकालें।
धूम्रपान की आदत छोड़ें (Quit smoking)
धूम्रपान अपने आप में एक बुरी आदत है जो कई तरह के रोगों के लिए जिम्मेदार होती है, अगर आपको इनकी आदत है तो जल्द से जल्द इन्हें छोड़ दें। यह आदत मुंह से जुड़े रोगों के लिए जिम्मेदार होती हैं। कई रिसर्च के अनुसार स्मोकिंग या धूम्रपान से मुंह के कैंसर और हृदय रोगों का कारण बनता है इन सब के अलावा यह रोगों को शरीर में बढ़ाने के लिए भी सहायक होता है इसीलिए जितनी जल्दी हो सके इस बुरी लत से दूरी बना लेनी चाहिए। तंबाकू के धुएँ से निकला टॉक्सिन मसूड़ों को बहुत नुकसान पहुंचाता है इसीलिए मसूड़े और दांतों की सुरक्षा के लिए इससे दूर रहना बहुत ज़रूरी है।
जूठा न खाएं, न खिलाएँ (Stop sharing)
मसूड़ों से खून निकलने की बिमारी एक फैलने वाला रोग है जो भोजन के आदान प्रदान से फैलता है। अपना जूठा भोजन किसी को देने पर उसे भी यह बिमारी होने का खतरा हो सकता है, इसीलिए आप भी अपने मुंह की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी खुद लें। किसी का जूठा भोजन न खाएं, न ही किसी को अपना जूठा भोजन खिलाएँ। अपने दांतों और मसूड़ों का समय समय पर परीक्षण करवाते रहें। अगर ब्रश करते समय मसूड़ों से खून निकलता दिखे तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क कर उचित समाधान लें।
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