करेला एक फल है जिसका स्वाद कड़वा होता है। किन्तु इसमें कई औषधीय गुण होते हैं जैसे विटामिन्स और एंटी ओक्सिडेन्ट्स। करेले की उपज सबसे पहले भारत में हुई फिर इसे 14वी शताब्दी में चीन ले जाया गया। भारत में पाया जाने वाला करेला चीन में पाए जाने वाले करेले से भिन्न होता है भारतीय करेला जहाँ खुरदरा और छोटा होता है वहीं चीनी करेला चिकना और लम्बा होता है। करेला ऊष्णकटिबंधीय स्थानों पर पाया जाता है जैसे अफ्रीका, कॅरीबीयन और एशिया।
कई लोगों को लगता है कि करेला एक सब्जी है, पर असल में यह एक फल है। इसके नाम के साथ कड़वा शब्द सम्मिलित है क्योंकि इसका स्वाद कड़वा होता है। हालांकि इसके कड़वेपन को चिकित्सकीय दृष्टि से काफी लाभदायक माना जाता है और इसी वजह से यह जाना जाता है। भारत में लोग करेले का प्रयोग करके स्वादिष्ट सब्जियों का निर्माण करते हैं। करेला लताओं पर उगता है।
करेले का स्वाद भले ही अच्छा ना हो पर इसके कई तरह के स्वास्थ्य गुण होते हैं। आप आमतौर पर दो तरह के करेले प्राप्त कर सकते हैं, एक हल्के हरे रंग का और लंबा होता है। एक और 10 सेंटीमीटर का तथा दिखने में गाढ़े हरे रंग का होता है। अगर इन्हें कच्चा खाने की बात आए तो ये दोनों ही काफी प्रभावशाली साबित होते हैं। करेले का पका स्वरुप खेती के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। कच्चे करेले का र्स काफी फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें हर तरह के ज़रूरी विटामिन्स (vitamins) एवं एंटीऑक्सीडेंटस (anti oxidants) पाए जाते हैं जो हर व्यक्ति के लिए काफी ज़रूरी होते हैं।
अनेक तरह के करेले पाए जाते हैं एक हल्के हरे और बड़े एवं दुसरे गहरे हरे और छोटे। दोनों ही स्वास्थ्य की दृष्टी से अच्छे होते हैं।
करेले के रस के फायदे (Health Benefits of Karela Juice)
करेले से ना सिर्फ काफी स्वादिष्ट सब्जी बनती है, बल्कि इसका कई चिकित्सकीय स्थितियों के दौरान भी प्रयोग किया जाता है। अफ्रीका और एशिया में लोग करेले का प्रयोग पेट की समस्याओं को ठीक करने के लिए करते हैं। वे या तो करेले को कच्चे फल के हिसाब से खाते हैं या फिर इसे जैतून के तेल (olive oil) या शहद में डुबोकर इसका सेवन करते हैं।
करेले के रस के स्वास्थ लाभ (Health Benefits of Karela Juice)
पाचन तंत्र में (Good for digestive system)
करेले में एन्थेलमिन्टिक यौगिक होते हैं जो जठरांत्रिय रोगों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। करेले का रस परजीवी कृमियों एवं अन्य ज़हरीले पदार्थों का भी नाश कर देता है।
संक्रमण होने की स्थिति में करेले के रस के स्वास्थ्य गुण (Health Benefits of Karela Juice in Infections)
करेले के पत्ते भी कई रोगों का इलाज करने में सक्षम होते हैं। यह उस बैक्टीरिया (bacteria) से आपका बचाव करते हैं जो मलेरिया की बढ़त के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। हमेशा ही किसी भी रोग को बढ़ने देने की बजाय उसकी रोकथाम के उपाय करना ही सबसे सही तरीका होता है, और इस तरह के औषधीय फल आपको एक स्वास्थ्यकर जीवन यापन करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। अगर आपको मलेरिया के कोई भी लक्षण नज़र आ रहे हैं, तो तुरंत ही करेले की कुछ पत्तियों को उबाल लें और इसके काढ़े का चाय के सामान सेवन कर लें। आप करेले के पत्तों के कड़वेपन को थोड़ा सानियंत्रित करने के लिए इसमें थोड़े से लहसुन, नमक या चीनी का मिश्रण कर सकते हैं।
करेले के पत्तों का काढ़ा मलेरिया के बैक्टीरिया को पूरी तरह मार देता है और आपके ऊपर किसी भी बीमारी का आक्रमण होने से पहले उनसे आपका बचाव करता है। यह खसरे, चिकन पॉक्स, हर्पीस (measles, chickenpox, herpes) तथा HIV जैसी जानलेवा बीमारियों को पैदा करने वाले वायरस (virus) तक को काफी कमज़ोर कर देता है। यह बैक्टीरिया की बढ़त को धीमा कर देता है और जब ये कमज़ोर हो जाते हैं तो उन्हें ख़त्म कर देता है। बच्चों को शायद यह पसंद न आए क्योंकि इसका स्वाद कड़वा होता है, पर यह उनकी खतरनाक बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
करेले में जलनरोधी गुण भी मौजूद होते हैं। करेले के बीज में ये गुण आसानी से पाए जाते हैं। करेले के बीज आपको दिल की समस्याओं से भी सुरक्षित रखने में भी मदद करते हैं। यह अनचाहे वसा को जला देता है और आपकी धमनियों तथा अन्य नसों को भी बंद होने से रोकने में मदद करता है। करेले के बीज इसके पत्तों और फल से स्वाद में बेहतर होते हैं एवं इनमें कोई भी कड़वा भाव नहीं होता।
करेले की पत्तियां भी गुणकारी होती हैं यह मलेरिया के जीवाणुओ को बढ़ने से रोकती है एवं खसरा,चेचक, खाज और यहाँ तक की एच.आई.वी. जैसे अन्य विशाणुओ को कमज़ोर कर देती है। अगर मलेरिया के लक्षण दिख रहे हों तो कुछ करेले की पत्तियों को उबालकर उसका पानी पी लीजिये। स्वाद के लिए नमक या शक्कर मिलाई जा सकती है। करेले के बीज ह्रदय की बीमारियों से रक्षा करते हैं और यह वसा को जलाने में भी सहायक हैं। हालाँकि इसका स्वाद कड़वा होता है पर स्वास्थ की दृष्टी से यह बहुत ही अच्छा होता है।
मधुमेह में करेले का जूस (Karela Juice for Diabetes)
मधुमेह में करेले का रस बहुत ही असरकारी है इसके आधे कप रस के सेवन से ही शरीर में इन्सुलिन की मात्रा बढ़ जाती है। इसमें पाया जाने वाला केरंटिन शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखता है। अब तो करेला टेबलेट्स भी औषधीय दुकानों पर उपलब्ध हैं।
अन्य स्वास्थ्य लाभ (Other Health Benefits of Kerala)
करेला कैंसर कारक कोशिकाओ को बढ़ने से रोकता है साथ ही यह अधिश्वेत रक्तता और रक्ताल्पता (एनिमिया) के लिए भी लाभदायक है। यह रक्तचाप नियंत्रण में भी सहायक है।
करेले के रस के मुख्य लाभ (Top benefits of Karela juice or bitter gourd)
हैजा के उपचार में करेला के फायदे (Treats Cholera)
हैजा एक बहुत ही खतरनाक महामारी है जो किसी भी आयु समूह को हो सकती है। करेले का रस प्राकृतिक रूप से लाभकारी है। इसके लिए दो चम्मच करेले के रस को बराबर मात्रा में सफ़ेद प्याज के रस के साथ प्रतिदिन स्वस्थ हो जाने तक लिया जाना चाहिए।
ऊर्जा बढाने में करेले का जूस (Boosts energy)
प्रतिदिन करेले के रस के सेवन से कार्य करने की क्षमता और ऊर्जा दोनों को बढाया जा सकता है।
नशा उतारने में करेले के जूस के फायदे (Solves hangover problem by karele ka juice)
शराब के अत्यधिक सेवन के नशे को करेले का रस पी कर उतरा जा सकता है साथ ही यह लीवर को भी साफ़ कर देता है।
बवासीर में करेले के फायदे (Karela juice for piles)
बवासीर में करेले के तीन चम्मच रस को एक ग्लास दूध में मिलाकर प्रतिदिन खाली पेट पिया जाना चाहिए सिर्फ एक माह में ही असर दिखने लगेगा अगर आप इसे बाह्य रूप से ठीक करना चाहते हैं तो करेले की जड़ का पेस्ट बना कर उसे बवासीर प्रभावित स्थान पर लगाना चाहिए।
विषरक्तता में करेला का जूस (Relief from Toxemia me karele ke gun)
प्रतिदिन 2 चम्मच करेले का रस पीने से लीवर साफ़ होता है और रक्त में से अशुद्धियाँ भी दूर हो जाती हैं। यह पीलिया रोग के लिए रामबाण है।
त्वचा रोग में करेला के फायदे (Treating Psoriasis by karela ka juice)
त्वचा पर फफूंद के संक्रमण की रोकथाम के लिए करेला बहुत उपयोगी होता है।
आँखों के लिए (Karela for eye problems)
करेले में बीटा-केरोटीन पाया जाता है जो दृष्टी बढाने में सहायक होता है।
गठिया रोग में करेले के जूस के फायदे (Gout me karele ke fayde)
गठिया रोग में जो दर्द होता है उसका मुख्या कारण रक्त में अशुद्धियों का होना होता है और करेला रक्त की अशुद्धियों को दूर करता है।
प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत करने में (Karela as immune booster)
अगर आपका प्रतिरक्षा तंत्र कमज़ोर है तो करेले के रस के सेवन से इसे मजबूत बनाया जा सकता है। इसमें विटामिन B1, B2, B3, जिंक, मैग्नीशियम पाया जाता है जो शरीर के लिए बहुत आवश्यक तत्व हैं।
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