हम कहते है की महिलाओं को समझना सबसे कठिन कार्य है लेकिन यह पुरुषों को समझने में भी होता है। पुरुषों की सोच महिलाओं की तरह उलझी नहीं रहती है लेकिन फिर भी उन्हें समझने के लिए बहुत कठिनाई होती है। समस्या यह ही की जब तक आप पुरुषों को समझ नहीं लेती है तब तक आपके रिश्ते में झगडे और समस्या आती रहती है जिस कारण आपका रिश्ता टूट सकता है। अगर आप अपने रिश्ते को लेकर गंभीर है और आप अपने पार्टनर को हमेशा के लिए अपने साथ पाना चाहती है तो आपको अपने पार्टनर को समझना चाहिए। इस आर्टिकल द्वारा हम आपको कुछ सहायता प्रदान कर सकते है जिस से आप अपने पार्टनर को बेहतर समझ सकेंगी।
पुरुष ईमानदारी और प्रतिबद्धता की कदर करते है (Men value honesty and commitment)
अगर आपका रिश्ता गंभीर है तब आपके पार्टनर को आप से ईमानदारी और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है। यह उनके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। यह महिलाओं के लिए भी आवश्यक है लेकिन इस प्रतिबद्धता पर दोनों पुरुष और महिलाओं के विचार अलग होते है। अगर पुरुष का पार्टनर धोखेबाज़ होता है तो इस से पुरुष के अहंकार को ठेस पहुँचती है और साथ ही उनका आत्मविश्वास भी कमज़ोर पड़ जाता है। इसलिए अब आप जान गए होंगे की क्यों पुरषों के लिए ईमानदारी इतनी महत्वपूर्ण होती है।
पुरुषों को किसी प्रकार से या कोई काम के लिए मजबूर करना पसंद नहीं है (Men hate being forced)
अगर कोई ऐसी चीज़ है जिस से पुरुष को नफरत है तो वो है ज़बरदस्ती किसी काम को कराना। आप जितना ज्यादा पुरुष को मजबूर करेंगी उतना ज्यादा ही वे आपकी बात से सहमत नहीं होंगे और इस कारण आपका झगडा भी हो सकता है। इसलिए पुरुष को किसी भी बात के लिए मजबूर करना एक सही आईडिया नहीं है। अगर आप चाहते है की वो आपके लिए कुछ करे तो आपको उनसे इस बारे में बात करनी चाहिए और उन्हें कुछ सुझाव देने चाहिए। लेकिन उन्हें मजबूर करना एक सही तरीका नहीं है।
पुरुष अपना फ़ैसला ख़ुद लेना पसंद करते है (Men prefer to take their decisions on their own)
पुरुष स्वतंत्र होते है और इसलिए वे अपना फैसला खुद लेना पसंद करते है। जब तक पुरुष आपके सामने अपनी समस्या को नहीं जताता या वो आप से आपका सुझाव नहीं मांगता तब तक आप खुद से अपना सुझाव उन्हें ना दें। अगर वो आप से अपनी समस्या शेयर करते है या आप से कोई सुझाव मांगते है तब कभी भी आपको इन गलतियों को नहीं करना चाहिए जैसे की – तुम्हे यह करना चाहिए और तुम्हे यह नहीं करना चाहिए। आपको बस अपनी सोच को बताना है और उनका फैसला उनके ऊपर छोड़ देना है।
पुरुषों को उनके खुद के लिए समय की आवश्यकता होती है (Men need space)
इस दुनिया में सभी मनुष्य को अपने लिए कुछ समय चाहिए और यही कारण है जो पुरुष भी अपने लिए समय व्यतीत करना पसंद करते है। महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को खुद के लिए समय निकालन ज्यादा पसंद है। अगर वो आप से कितना भी प्यार क्यों ना करता हो, वो आपसे कितना भी पास क्यों ना हो, उसे अपने लिए समय की आवश्यकता होती है। अगर आप उन्हें खुद के लिए समय देना बंद कर देंगी तो आपके रिश्ते में बाधा उत्पन्न कर सकती है। इसलिए जब भी आपके पार्टनर को खुद के लिए समय की आवश्यकता पड़े तब उन्हें अपने लिए समय दें और इस पर कोई बहस ना करें। जब वो अपने में व्यस्त है तब वो नहीं चाहता की आप उसे किसी भी प्रकार से डिस्टर्ब करे।
पुरुषों को भी प्यार करना पसंद है (Men also crave for love)
आप गलत सोचते है अगर आपको लगता है की 6 पैक ऐब्स रखने वाले पुरुष में फीलिंग नहीं होती। सत्य यह है की पुरषों को भी प्यार चाहिए होता है और वे भी इस मामले में महिलाओं से अलग नहीं है। उन्हें प्यार और फीलिंग की आवश्यकता होती है। अगर आप उन्हें मन से प्यार करती है तो जल्द ही वे उसे महसूस कर सकेंगे। अपने रिश्ते को संतुलित और खुश बनाए रखने के लिए आपको अपने पार्टनर की देखभाल करनी चाहिए और उन्हें प्यार प्रदान करना चाहिए।
पुरषों को भी प्रशंसा पसंद है (Men too need appreciation)
यह गलत है की केवल महिलाओं को प्रशंसा पसंद है। पुरषों को भी महिलाओं की तरह प्रशंसा पसंद होती है। अगर आप सही तरीके से अपने पार्टनर की प्रशंसा करती है तो वे इसे बहुत ही पसंद करते है। अगर आप उनकी थोड़ी सी भी प्रशंसा करती है तो उनको काम करने में ज्यादा अच्छा लगता है। वे प्रशंसा को अपनी मेहनत का फल समझते है और इसको लेकर वे खुश भी होते है। अगर आप अपने पार्टनर की प्रशंसा नहीं करती है तो अब से करना शुरू कर दें। ध्यान रखें की पुरुष आलोचना को एक हद तक ही लेते है उस से ज्यादा वे उसे नहीं सहते। इसलिए उन्हें ज्यादा ना टोके और उनकी प्रशंसा अवश्य करते रहें।
पुरुष वही करता है जो वो कहता है (He means what he says)
महिलाए जो बोलती है उन्हें ज्यादातर नहीं मानती। लेकिन पुरुष अलग है वे महिलाओं की तरह नहीं है। पुरुष जो कहते है वे वही समझते है और वही करते है। इसलिए जब भी वे आप से कुछ कहते है तो उसे मज़ाक मत समझेगा, वे उस बात को गंभीर लेते है। उनकी बातों का दूसरा अर्थ निकालने से उन्हें चिडचिडाहट हो सकती है जिस से आपके रिश्ते में समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए जब भी पुरुष कुछ कहता है तब उसे समझे और उसका पालन उस समय के लिए ज़रूर करें।
पुरुष महिलाओं की तरह नहीं सोचते है (Men do not think the way women do)
यह सबसे मुख्य कारण है की महिला पुरुष को समझ नहीं पाती है और पुरुष महिलाओं को समझने में कठनाई महसूस करते है। महिलाए ज्यादातर एक तरीके से सोचती है लेकिन जब उस विषय पर पुरुष का विचार लिया जाए तो वो अलग होता है। अगर उनके साथ कुछ घटना होती है तो वे उसके पीछे का कारण नहीं जानना पसंद करते की क्यों किसी ने उनके साथ ऐसा किया या क्यों किसी ने वो किया जो की ज्यादातर महिलाए करती है।
काम के लिए वे अलग तरीका अपनाना पसंद करते है (They have different approach for work)
जब भी बात काम पर आती है तब पुरुष और महिला में एक बराबर की समझ नहीं रहती है और इस कारण समस्या उत्पन्न हो सकती है। पुरुष केवल परिणाम को देखते है और उस तरह काम करते है लेकिन महिलाए तरीको पर ज्यादा ध्यान देती है और सोचती है की वे काम को कैसे परफेक्ट और श्रेष्ठ बना सके। इसलिए अगर आपके कोई पुरुष सहकर्मी है तो जो आपके काम करने के तरीके से खुश नहीं है तो यह एक सामान्य बात है। इस समस्या को दूर करने के लिए आपको उनका सुझाव लेना चाहिए और उसको अपने काम में शामिल करना चाहिए जिस से आप दोनों काम को सही से कर सके।
पुरुष दृश्य पर ज्यादा निर्भर होते है (Men are more visual)
पुरुष में महिलाओं से ज्यादा दृष्टी कोण होती है और वे इस आधार पर ही जीते है। आपने देखा होगा की पुरुष आर्टिकल को पढना ज्यादा पसंद करते है ना की उन्हें सुनना। वे मैप का उपयोग पसंद करते है ना की किसी की बातों का। और इस तरह वे अपने निर्धारित स्थान पर पहुँचते है। अब आप जान गयी है की वे देखि हुयी चीज़ों पर ज्यादा निर्भर रहते है तो अगर कोई सुन्दर लड़की उनके पास से गुज़रती है और वो उसे देखते है तो इसका यह अर्थ नहीं हुआ की वो ईमानदार नहीं है।
पुरुषों में चुपी का मतलब उदास नहीं होता (For him being quite does not mean being upset)
जब महिला ज्यादा समय के लिए चुप रहती है तो इसका यह कारण होता है की वो उदास है लेकिन पुरुषों में यह लॉजिक नहीं है। पुरुष ज्यादातर कोई समस्या का सलूशन ढूँढने के लिए चुप रहना पसंद करते है इसका यह अर्थ नहीं हुआ की वे उदास है या किसी बात से नाराज़ है। इस परिस्थिति में आपको उन्हें अकेला छोड़ देना चाहिए और उनसे उनकी चुपी का कारण नहीं पूछना चाहिए। जैसे ही वह अपनी समस्या का सलूशन ढूंढ लेता है वो अपने आप आपके पास आ जाएगा।
0 comments:
Post a Comment