स्वादिष्ट आइसक्रीम के साथ चमकदार धूप और गर्मी के मौसम से संघर्ष करने का समय आ गया है। असहन गर्मी के मौसम से उत्पन्न हुए पसीने की बदबू से अपने कपड़ों को बचाने के लिए लोग परफ्यूम या बॉडी स्प्रे का सहारा लेते है वैसे तो पसीना शरीर का तापमान बनाए रखने में सहायक होता है पर पसीने से पैदा हुए बैक्टीरिया की वजह से खुजली और चकत्ते पड़ जाते है। गर्मियों में होने वाले पसीने की वजह से हमारे रोम छिद्र में रुकावट पैदा हो जाती है जिस वजह से गर्मी के दिनों में मुँहासे होना आम बात हो जाती है। नीचे कुछ आसान उपाय दिये गये है जिनकी मदद से गर्मी में पसीने से तर होने पर भी मुँहासे से बचने में मदद मिलेगी।

दिन में दो बार स्नान करें : जैसे-जैसे गर्मी का पारा बढ़ रहा है वैसे-वैसे गर्मी को बर्दास्त करना मुश्किल होता जा रहा है। आप गर्मी का प्रबंध करने के लिए दिन में तीन बार स्नान कर सकते है। त्वचा के रोमछिद्र खुले रखने और बैक्टीरिया से बचाने का सबसे आसान तरीका ये है कि दिन में कम से कम दो बार स्नान किया जाए। दिन में दो बार शॉवर जेल से नहाने पर आप पहले से मौजूद मुँहासे को बड़ी आसानी से नियंत्रित कर सकते है। गर्मियों में नहाने के लिए हमेशा जीवाणुरोधी साबुन का ही प्रयोग करना चाहिए।

डेड स्किन पर एक्सफोलिएशन : अगर आप को पसीना बहुत अधिक होता है तो आपका शरीर मुँहासे विकसित करने में सबसे अग्रणी है। हमारा शरीर लाखों मृत कोशिकाओं को निकलता है इसलिए एक सप्ताह में दो से तीन बार अच्छी तरह से साफ़ करें। धूल गंदगी और पसीना अधिक होने की वजह से शरीर पर चमत्ते और मुँहासे पड़ जाते है। त्वचा को मुहासे से बचाने के लिए आपको सुनिश्चित करना होगा कि आपकी त्वचा स्वतंत्र रूप से सांस लेती रही इसलिए डेड स्किन को साफ़ करते रहे।

त्वचा को पसीने से दूर रखें : हमारी त्वचा में कुछ भाग ऐसे होते है जहाँ बॉडी के अन्य हिस्सों से अधिक पसीना आता है। हमारा माथा बांह गड्ढ़े और नाक के नीचे का हिस्सा उन्ही अंगो में शामिल है जहाँ पर पसीना अधिक आता है। अगर आप अपनी त्वचा को मुहासों से बचाना चाहते है तो हमेशा अपनी त्वचा को सुखा कर रखें। अगर आप को अत्याधिक पसीना आ रहा है तो पसीने पर जीवाणुरोधी पाउडर छिड़काव करें ताकि वह पसीने को अवशोषित कर सकें इसके अलावा जब भी आप नहा कर निकले तो यह सुनिश्चित कर लें पूरा शरीर सूखा हो। आपकी त्वचा में यदि पसीना आना एक पुरानी समस्या है।

ढीले-ढाले कपड़े पहने : गर्मियों में ढीले-ढाले कपड़े पहनें से जहाँ पसीना तेजी से लुप्त हो जाता है वही आपकी त्वचा को साँस लेने में भी काफी मदद मिलती है। खुले कपड़े धारण करने से त्वचा में रगड़ लगने की सम्भवना कम हो जाती है जिस कारण त्वचा में चकत्ते के निशान नही पड़ते। इसके अलावा ये कपडे शरीर की गंध को रोकने, जीवाणु प्रसार को अपेक्षा से कम कर देते है। ढीले-ढाले कपड़ों की खूबियों के कारण ही लोग घरों और कसरत में इनको प्रथामिकता देते है।

खाद्य पदार्थ का सही चुनाव : गर्मी का मौसम कुछ भी और स्वादिष्ट लगने वाले भोजन का कतई नही होता है। अगर आप मुहासे से सदा के लिए दुरी चाहते है तो गर्मियों के मौसम में मसालेदार खाद्य पदार्थों से दुरी बना कर रखें। फ्राइड मसालेदार और शक्करयुक्त खाद्य पदार्थ गर्मियों में आसानी से नही पचते जिसका नुक्सान शरीर के साथ-साथ हमारी त्वचा को भी उठाना पड़ता है। गर्मी में मौसम में हमेशा ताजे फल और मौसमी सब्जियों का ही चुनाव करें।
उपर दी गयी जानकारियों का लाभ उठा कर आप अपनी त्वचा को गर्मी के सितम से बचा सकते है।
दिन में दो बार स्नान करें : जैसे-जैसे गर्मी का पारा बढ़ रहा है वैसे-वैसे गर्मी को बर्दास्त करना मुश्किल होता जा रहा है। आप गर्मी का प्रबंध करने के लिए दिन में तीन बार स्नान कर सकते है। त्वचा के रोमछिद्र खुले रखने और बैक्टीरिया से बचाने का सबसे आसान तरीका ये है कि दिन में कम से कम दो बार स्नान किया जाए। दिन में दो बार शॉवर जेल से नहाने पर आप पहले से मौजूद मुँहासे को बड़ी आसानी से नियंत्रित कर सकते है। गर्मियों में नहाने के लिए हमेशा जीवाणुरोधी साबुन का ही प्रयोग करना चाहिए।
डेड स्किन पर एक्सफोलिएशन : अगर आप को पसीना बहुत अधिक होता है तो आपका शरीर मुँहासे विकसित करने में सबसे अग्रणी है। हमारा शरीर लाखों मृत कोशिकाओं को निकलता है इसलिए एक सप्ताह में दो से तीन बार अच्छी तरह से साफ़ करें। धूल गंदगी और पसीना अधिक होने की वजह से शरीर पर चमत्ते और मुँहासे पड़ जाते है। त्वचा को मुहासे से बचाने के लिए आपको सुनिश्चित करना होगा कि आपकी त्वचा स्वतंत्र रूप से सांस लेती रही इसलिए डेड स्किन को साफ़ करते रहे।
त्वचा को पसीने से दूर रखें : हमारी त्वचा में कुछ भाग ऐसे होते है जहाँ बॉडी के अन्य हिस्सों से अधिक पसीना आता है। हमारा माथा बांह गड्ढ़े और नाक के नीचे का हिस्सा उन्ही अंगो में शामिल है जहाँ पर पसीना अधिक आता है। अगर आप अपनी त्वचा को मुहासों से बचाना चाहते है तो हमेशा अपनी त्वचा को सुखा कर रखें। अगर आप को अत्याधिक पसीना आ रहा है तो पसीने पर जीवाणुरोधी पाउडर छिड़काव करें ताकि वह पसीने को अवशोषित कर सकें इसके अलावा जब भी आप नहा कर निकले तो यह सुनिश्चित कर लें पूरा शरीर सूखा हो। आपकी त्वचा में यदि पसीना आना एक पुरानी समस्या है।
ढीले-ढाले कपड़े पहने : गर्मियों में ढीले-ढाले कपड़े पहनें से जहाँ पसीना तेजी से लुप्त हो जाता है वही आपकी त्वचा को साँस लेने में भी काफी मदद मिलती है। खुले कपड़े धारण करने से त्वचा में रगड़ लगने की सम्भवना कम हो जाती है जिस कारण त्वचा में चकत्ते के निशान नही पड़ते। इसके अलावा ये कपडे शरीर की गंध को रोकने, जीवाणु प्रसार को अपेक्षा से कम कर देते है। ढीले-ढाले कपड़ों की खूबियों के कारण ही लोग घरों और कसरत में इनको प्रथामिकता देते है।
खाद्य पदार्थ का सही चुनाव : गर्मी का मौसम कुछ भी और स्वादिष्ट लगने वाले भोजन का कतई नही होता है। अगर आप मुहासे से सदा के लिए दुरी चाहते है तो गर्मियों के मौसम में मसालेदार खाद्य पदार्थों से दुरी बना कर रखें। फ्राइड मसालेदार और शक्करयुक्त खाद्य पदार्थ गर्मियों में आसानी से नही पचते जिसका नुक्सान शरीर के साथ-साथ हमारी त्वचा को भी उठाना पड़ता है। गर्मी में मौसम में हमेशा ताजे फल और मौसमी सब्जियों का ही चुनाव करें।
उपर दी गयी जानकारियों का लाभ उठा कर आप अपनी त्वचा को गर्मी के सितम से बचा सकते है।
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