शरीर की मांसपेशियों में होने वाले दर्द को अनदेखा करना वाकई एक मुश्किल काम है। बहुत ज़्यादा पैदल चलने पर अचानक मांसपेशियों में ऐंठन महसूस होने लगती है इसके अलावा बहुत ज़्यादा मात्रा में एकसरसाइज़ कर लेने की वजह से या बहुत भारी समान उठाने के कारण भी शरीर की मांसपेशियों में अचानक दर्द शुरू हो जाता है। बहुत ज़्यादा शारीरिक परिश्रम की वजह से शरीर की मांसपेशियों का अनैच्छिक संकुचन मांसपेशियों में दर्द की मुख्य वजह है। इसके अलावा भी इस दर्द के और भी अनेक कारण हो सकते हैं। मांसपेशियों के दर्द को मसल फ़ीवर (muscle fever) के नाम से भी जाना जाता है। पेशियों का यह दर्द किसी भी तरह के अत्यधिक शारीरिक परिश्रम वाले काम के बाद 24 से 72 घंटों के भीतर अचानक बहुत ज़्यादा बढ़ जाता है, इस दौरान यह दर्द अपनी उच्च अवस्था में होता है।
हमारा शरीर हमारे रोज़ की शारीरिक गतिविधियों का अभ्यस्त होता है। हम नियमित रूप से जो परिश्रम करते हैं, उसमें एक निश्चित मात्रा में मांसपेशियों में संकुचन और विश्राम मिलता रहता है, पर जब शरीर बहुत ज़्यादा भारी काम करता है तो मांसपेशियों को आराम नहीं मिल पता और यह संकुचन और भी अधिक बढ़ जाता है मांसपेशियों में होने वाला यह दर्द मसल फ़ीवर यानि मांसपेशियों का ज़्वर के नाम से भी जाना जाता है। इसे DOMS (Delayed Onset Muscle Soreness) भी कहते हैं।
शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द वास्तव में बहुत परेशानी भरा होता है जिसमें आप किसी भी चीज़ का सही तरीके से आनंद नहीं ले पाते और मानपेशियों में होने वाले इस दर्द को आप चाह कर भी अनदेखा नहीं कर पाते, पर फिर भी आपको कई तरह की शारीरिक गतिविधियों से रोज़ाना गुज़रना ही होता है इसके अलावा शरीर को तंदरुस्त रखने के लिए जिम (gym) जाना और 100 मीटर तक पैदल चलना भी आपके लिए ज़रूरी है। इस सभी कामों को करते वक़्त आपको शरीर की मांसपेशियों में दर्द का सामना करना पड़ ही सकता है जो आपके बाकी के कामों को भी प्रभावित करता है, तो आइये जाने इन कि किस प्रकार मांसपेशियों में होने वाले इस दर्द को ठीक किया जाये। मांसपेशियों के दर्द को ठीक करने के लिए घरेलू उपचार काफी असरकारक होते हैं। घर पर ही मांसपेशियों का प्राकृतिक उपचार फायदेमंद और सुरक्षित भी होता है।
मांसपेशियों में दर्द का घरेलू उपचार (Natural way to treat sore muscle in Hindi)
शरीर की मांसपेशियों में दर्द के उपचार के लिए कुछ आसान और प्राकृतिक उपाय इस प्रकार हैं जिनकी मदद से मांसपेशियों की इस पीड़ा को कम किया जा सकता है।
मांसपेशियों में दर्द से राहत के लिए पुनर्जलयोजन या रिहाइड्रेशन (Rehydrate to get the relief)
मांसपेशी के दर्द की एक मुख्य वजह शरीर में तरल तत्व की कमी भी हो सकता है। जब हम अत्यधिक शारीरिक परिश्रम कर लेते हैं तो शरीर में पसीने के रूप में काफी मात्रा में तरह या पानी बाहर निकल जाता है। इसके अलावा भारी मेहनत वाले काम करने की वजह से एड्रीनल ग्रंथि (adrenaline gland) से भी ज़्यादा स्त्राव होने लगता है। डीहाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर इस दर्द को भी कम किया जा साता है। इसके साथ साथ ऐसे फल जिनमें प्रचुर मात्रा में पानी ही जैसे, संतरा, तरबूज़ और टमाटर आदि शरीर में पानी की पूर्ति करने में सक्षम होते हैं। इसके अलावा अन्य तरल पदार्थों में दूध, चाय, कॉफी या सोडा आदि पी सकते हैं।
मांसपेशियों में अकड़न, हल्की स्ट्रेचिंग (Get relief muscle soreness and pain – Gentle stretching)
सामान्यतः स्ट्रेचिंग का प्रयोग हम व्यायाम या जिम में कसरत के दौरान ही करते हैं। कभी भी अचानक बहुत ज़्यादा मात्रा में एक साथ अत्यधिक एकसरसाइज़ करने से बचना चाहिए। अगर आप किसी तरह की एकसरसाइज़ या जिम शुरू कर रहे हैं तो आपको पहले दिन कम शारीरिक मेहनत से शुरुआत करते हुये नियमित अपने अभ्यास को आगे बढ़ाना चाहिए। एकदम से ज़्यादा मेहनत एक साथ नहीं करनी चाहिए। धीरे धीरे एक्सरसाइज़ (exercise) के समय और स्तर को भी बढ़ाना चाहिए। अचानक भारी भरकम परिश्रम से मांसपेशियों में अत्यधिक संकुचन होने की वजह से दर्द हो सकता है। शरीर या मांसपेशियों में ऐंठन होने कि हालत में शरीर पर उतना ही खिंचाव (stretch) दें जितना आपका शरीर सह सके ज़रूरत से ज़्यादा खिंचाव न दें।
मांसपेशियों में दर्द को दूर करने के लिए हल्की मसाज लें (Light massage to reduce muscle sore)
मांसपेशी में ऐंठन की वजह से दर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिसके पश्चात हमारे शरीर की मांसपेशियाँ व्यर्थ पदार्थों का उत्सर्जन आरंभ कर देती है और साथ ही उन व्यर्थ पदार्थों का संचय भी करने लगती है जो जल्दी ही सख्त या कड़े हो जाते हैं। इस ऐंठन (cramp) को कम करने के लिए हल्की मसाज (light massage) या मालिश बहुत कारगर होती है। मालिश से ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) आसान होता है और व्यर्थ पदार्थ घुल कर निकल जाते हैं। अगर आपके पास मसाज के लिए कोई व्यक्ति उपलब्ध न हो तो आप एक सामान्य टेनिस बॉल को अपने प्रभावित हिस्सों में घुमाकर मसाज कर सकते हैं। यह दर्द को कम करने में सहायक होता है।
मांसपेशियों के दर्द को कम करने के लिए गरम पानी का स्नान (Warm bath will relax)
मांसपेशियों में ऐंठन या दर्द दूर करने का यह एक आसान और प्रभावी उपाय है। मांसपेशी के दर्द को प्राकृतिक तरीके से ठीक करने के लिए गर्म पानी से स्नान करना फायदेमंद होता है। अत्यधिक शारीरक परिश्रम की वजह से शरीर के परिसंचरण तंत्र में भी बढ़ा उत्पन्न हो जाती है जो दर्द का कारण बनता है।
¼ कप रोज़मेरी (rosemary) की सूखी या ताज़ा पत्तियाँ लें, इसे 2 चम्मच कुठरा या मरवा (marjoram) की सूखी पत्तियों के पाउडर के साथ मिला लें। इसमें 12 तेज पत्ते और 2 कप समुद्री नमक मिलाएँ। इस पूरे मिश्रण को मिक्सी में पीसकर गर्म पानी में पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को शरीर के प्रभावित हिस्से में लगाकर रखें या आप इसे बाथ टब में भर कर भी कुछ देर इस औषधिय स्नान को ले सकते हैं। यह उपाय आपके शरीर के परिसंचरण तंत्र को पुनर्जीवित करता है और साथ ही ऐंठन या दर्द से राहत दिलाता है।
बर्फ से करें मांसपेशियों के दर्द का प्राकृतिक उपचार (Ice bath will take away the pain)
बर्फ मांसपेशियों के दर्द पर बहुत प्रभावी ढंग से काम करता है। पेशियों के दर्द में आप आइस बैग या बर्फ की थैली का इस्तेमाल कर सकते हैं। बर्फ की ठंडक रक्त की नलिकाओं में कसावट पैदा करती है जो सूजन को कम करने में सहायक होता है। इसके बाद जब आपकी मांसपेशियाँ गर्मी पाती हैं तो पेशियाँ अच्छी तरह संचारित हो पाती हैं और दर्द कम होने लगता है।
सरसों से करें मांसपेशी के दर्द का घरेलू इलाज (Mustard will do wonders in muscle khichao ka ilaj)
वैसे तो सरसों कई तरह से सेहत के लिए उपयोगी होता है पर इसे विनिगर के साथ मिलाकर मांसपेशियों के दर्द को ठीक किया जा सकता है। पेशियों की ऐंठन को दूर करने में विनेगर सहायक होता है। इन दोनों के प्रयोग से ऐंठन और मांसपेशी के दर्द में आराम मिलता है, यह एक सरल घरेलू उपाय है।
शरीर में खनिज तत्वों की कमी की वजह से मांसपेशियों का दर्द (Replenish crucial minerals lost)
बहुत ज़्यादा शारीरिक परिश्रम न केवल शरीर में पानी की कमी के लिए जिम्मेदार होता है बल्कि यह शरीर के लिए ज़रूरी मिनरल्स या खनिज तत्वों की मात्रा में भी भारी कमी ला सकता है। शरीर में ये कमी ही पेशियों के दर्द का कारण बनती है। पोटेशियम, मैंग्नीशियम, कैल्शियम ऐसे ही कुछ मिनरल्स हैं जो शरीर में पाये जाते हैं और अच्छी सेहत के लिए ज़रूरी होते हैं। सोडियम और पोटेशियम श्रंखला शरीर में ऊर्जा के स्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए ज़रूरी होती है। इन्हें कभी भी नज़रअंदाज़ न करें। सूखे मेवे सूखी खुबानी, पके एवोकाडो और केले में उच्चा मात्रा में पोटेशियम होता है। इसके साथ ही साबुत अनाज, काजू, बादाम और हरी पत्तेदार सब्जियाँ मैग्निशियम का अच्छा स्रोत हैं। दूध , पनीर, गूजबेरी, लहसुन, हरी मिर्च और हरी सब्जियों में भी कैल्शियम की बेहतर मात्रा पाई जाती है।
दबाव से पाएँ आराम (Relax with compression hai muscle pain ke upay)
दर्द में हमेशा चुस्त कपड़े पहनें ताकि थकान से राहत मिल पाये और आपको दर्द में थोड़ा आराम मिल सके। चुस्त कपड़े नसों पर दबाव डालते हैं जिससे रक्त के प्रवाह को गति मिलती है और दर्द में थोड़ी राहत महसूस होती है।
नींद लें और ऊर्जा प्राप्त करें (Sleep will rejuvenate, manspeshiyo mai dard)
शरीर के आराम के लिए नींद एक बहुत ही ज़रूरी और आवश्यक चीज़ है। कई बार लंबे वक़्त तक कम्प्युटर के सामने बैठे बैठे मसल्स में ऐंठन पड़ जाती है और दर्द महसूस होता है। इससे थकावट लगती है और ऊर्जा नष्ट होती है। इसके उपचार के लिए आपको बिना व्यवधान के एक अच्छी नींद लेनी चाहिए। इस समय हमारे शरीर में उन केमिकल्स का निर्माण होता रहता है, जो मांसपेशियों के निर्माण और शरीर के अन्य विकास में सहायक होते हैं।
पोषक तत्वों से युक्त नाश्ते से दूर करें दर्द (Snack will reduce the pain)
बहुत ज़्यादा एक्सरसाइज़ के बाद मांसपेशियों में दर्द का अनुभव होना सामान्य बात है। इसीलिए शरीर में पोषण का स्तर हमेशा सही रखें। वर्क आउट के 30 मिनट बाद सेहतमंद भोजन या नाश्ता लें। इस वक़्त लैक्टिक एसिड की भारी कमी और ऊर्जा का स्तर भी कम हो जाता है जिसकी पूर्ति के लिए उच्च पोषक युक्त आहार लेना बहुत ज़रूरी है। इसके लिए थोड़े थोड़े देर में कम कम मात्रा में भोजन लेना अच्छा होता है।
मांसपेशियों के दर्द को ठीक करने के कुछ घरेलू उपाय (Ways to give soothing touch to sore muscles)
मांसपेशियों की कमजोरी के लिए आयोडेक्स लगाएँ (Use iodex)
आपने आयोडेक्स का नाम तो सुना ही होगा जिसका प्रयोग पहले से ही हमारी कई पीढ़ियाँ करती आ रही हैं। यह एक बेहतरीन दर्द्निवारक बाम है जिसका प्रयोग दर्द पर किया जा सकता है। इसे दर्द की जगह पर लगाएँ इससे आपको दर्द में ज़रूर राहत महसूस होगी। यह आज भी एक प्रभावी दर्दनाशक के रूप में जाना जाता है।
मांसपेशियों में खिंचाव के लिए मल्टी विटामिन (Multi-vitamins)
कई तरह की विटामिन की कमी की वजह से भी पेशियों में दर्द बना रहता है। इसके निवारण के लिए आपको मल्टीविटामिन्स का प्रयोग करना चाहिए। दवा कंपनियाँ कई नामों से बाज़ार में इसे बेचती है। आप किसी बेहतर नाम वाले ब्रांड की दवा को खरीद सकते हैं।
भोजन में उपयुक्त पोषक पदार्थ ज़रूरी (Proper nutrition in food)
कुछ खास पोषक तत्वों की कमी से मांसपेशियों में दर्द व सूजन की समस्या होती है। उचित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा युक्त चीजों का प्रयोग करें। इन्हें नियमित रूप से इस्तेमाल कर पेशियों के दर्द से राहत मिलती है।
लगातार सक्रिय रहें (Continued activity muscle ki enthan me)
कुछ लोगों का मानना है कि, इस दर्द में आराम करना चाहिए और काम से छुट्टी ले लेनी चाहिए, पर यह एक गलत तरीका है। अपने शरीर की मांसपेशियों में रक्त का सही संचरण करने के लिए आपको लगातार सक्रिय रहने की ज़रूरत पड़ती है। इससे आपका दर्द धीरे धीरे कम होता हुआ खत्म हो जाता है।
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