एसेक्स की एक 12 वर्षीय भारतीय मूल महिला लीडिया सेबेस्टियन के आईक्यू की तुलना आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिन्स से होने की वजह ने उनको सुर्खियों में ला दिया है। लीडिया सेबेस्टियन की यह तुलना तब हुई जब उन्होंने मेन्सा आईक्यू टेस्ट में सर्वाधिक 162 अंक प्राप्त कर लिए और तो और उन्होंने अपना पेपर तय सीमा से एक मिनट पहले ही समाप्त कर दिया था।
लिडा मेन्सा के अच्छा स्कोर करने के पीछे कई कारणों का योग़दान हो सकता है लेकिन अधिकतर रिसर्च ने यें साबित किया है कि एक पौष्टिक आहार मस्तिष्क को बेहतर बनाने में मदद करते है इसलिए इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि कुछ लोग बच्चों की स्मरण-शक्ति बढाने के लिए बचपन से कई प्रकार के तेल कैप्सूल व दवाइयां खिलाने लगते है जो सही फैसला नही है।
यहाँ हम मस्तिष्क की याददाश्त बढ़ाने वाले कुछ प्राकृतिक खाद्य पदार्थ की लिस्ट दे रहे है जो बिना नुकसान पहुचाएं मस्तिष्क की शक्ति को अधिक उम्र तक कायम रखेगा।
मछली : आम तौर पर मछली को मस्तिष्क का भोजन कहा जाता है। मछली में पाया जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड मस्तिष्क के विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण योगदान देता है। मछली को ओमेगा 3 फैटी एसिड से अमीर होने के साथ-साथ प्रोटीन उच्च स्रोत युक्त भोजन माना गया है। मछली शरीर के बाकी अंगो के साथ-साथ मस्तिष्क संवाद में मदद करने वाले न्यूरोट्रांसमीटर एसिड का निर्माण करता है। दिमाग को जवां बनाए रखने में मदद करता है। हमारा शरीर अपने आप अमीनो एसिड का निर्माण नही कर सकता है इसलिए खाने के माध्यम से इसकी आपूर्ति की जाती है।
अंडा : आपकी याददाश्त को लेकर आपसे से कई बार शिकायत की जाती रही है तो आपको इस सुपर फ़ूड का सेवन अब शुरू कर देना चाहिए। अंडा उबला हुआ हो,तला हुआ हो या फिर करी के रूप में अंडा बनाया गया हो। अंडे का स्वादिष्ट रूप कोई भी सबसे मत्वपूर्ण बात यह है कि इससे दिमाग को कोलीन और विटामिन बी मिलता है जो आपकी यादाश्त में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाता है।
नट्स : बादाम,अखरोट, काजू मूंगफली और पहाड़ी बादाम आदि नट्स को सदियों से दिमाग के विकास के लिए लिए आवश्यक माना जाता रहा है। ये सभी नट्स विटामिन ई और फोलेट के उच्च स्त्रोत माने जाते रहे है और अगर हम अपने ब्रेकफास्ट में इन नट्स को शामिल करते है तो दिमाग को पूर्ण स्वस्थ बनाने के साथ-साथ उसमे आई गिरवाट में सुधार लाने का काम जल्द शुरू करते है। विटामिन ई का सेवन तो बुढ़ापे के दौरान भी हमारी याददाश्त को दुरुस्त रखने का काम करते है।
ब्रोकोली,गोभी और फूलगोभी का दम : जो लोग मांस मछली और अंडे का सेवन नही करते है उन शाकाहारी लोगो ब्रोकोली, गोभी और फूलगोभी जैसी सब्जियां किसी वरदान से कम नही है। ये सभी सब्जियां 'विटामिन के' के उच्च स्त्रोत है। ब्रोकोली में सुल्फोराफाने होता है जिसकी उपलब्धि यह है कि ये दिमाग को तेज रखने और याददाश्त में गिरावट लाने वाले अल्जाइमर से लड़ने का काम करता है।
ब्लूबेरी : ब्लूबेरी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ एक ऐसा सुपर फ्रूट है जो कैंसर हृदय रोगों से बचाव के साथ-साथ हमारी प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार लाते जिसकी वजह से हमें शार्ट टर्म मेमोरी लोस जैसी समस्याओं का सामना नही करना पड़ता है। सुबह हम अगर एक बाउल ब्लूबेरी का सेवन करते है तो हमारी एकाग्रता पहले से कही अधिक बेहतर हो जाती है और एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स गुण होने के कारण ये फल सोच की क्षमता में वृद्धि के साथ-साथ दिमाग स्वस्थ और मजबूत रखता है।
कद्दू और सूरजमुखी के बीज : कद्दू और सूरजमुखी के बीज को आगर आप नाश्ते में खाने की आदत डालते है तो ये बीज आपके दिमाग को बूस्ट करने का काम बेहतरीन ढंग से कर सकते है। ये बीज विटामिन ई के बेहतरीन स्रोत हैं। कद्दू के बीज में मैग्नीशियम और ओमेगा 3 भी होता है जो मस्तिष्क को शांत करने में अपना योगदान देता है।
टमाटर : हर रसोई में पाए जाने वाला टमाटर में लाइकोपीन नामक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है जो खाना पकाने के दौरान खाद्य वस्तुओं में आई पोषक तत्वों की कमी में फाइबर जारी कर लाइकोपीन को बढ़ा देता है। इसके अलावा टमाटर कोशिकाओं को नुकसान नही होने देता है और उनकी रक्षा भी करता है।
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