Tuesday, January 26, 2016

बदलते मौसम में करें आंखों की देखभाल eye care in changing season

नई दिल्ली : ऐसे में चिकित्सक त्वचा पर विशेष ध्यान देने और सफाई पर जोर दे रहे हैं, जिससे त्वचा सम्बन्धी रोगों से बचा जा सके और ये फैले नहीं वहीं इस मौसम में सबसे ज्यादा आंखों पर ध्यान देने की सलाह भी विशेषज्ञ दे रहे हैं।
चिकित्सकों के मुताबिक बदलते मौसम में अक्सर लोग अपनी आंख को लेकर लापरवाह हो जाते हैं, जो कभी-कभी बड़ी समस्या की वजह बन जाता है। इस मौसम में आंखों में वायरल संक्रमण होने का खतरा ज्यादा रहता है। चिकित्सकों के मुताबिक कुछ छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इन परेशानियों से बचा जा सकता है।

चिकित्सकों के मुताबिक बैक्टीरिया, वायरस और दूसरी एलर्जी गर्मियों और बरसात के मौसम में पनपती है जो आंखों को अपना शिकार बना सकती है। अगर ऐसा संक्रमण हो जाए तो फौरन डॉक्टर की सलाह लें। इसे अनदेखा करने पर आंखों के कार्निया को नुकसान पहुंच सकता है इन संक्रमण से बचने के लिए कुछ उपाय राहत दे सकते हैं।
आंखों को मलने से बचें और किसी दूसरे का इस्तेमाल किया हुआ तौलियां न लें। हाथों को हमेशा साफ रखें। अपने ‘कॉन्टैक्ट लैंस’ को अच्छे से साफ करके उपयोग में लाएं। धूप निकलने पर चश्मे का इस्तेमाल करें, चश्में केवल धूप से ही नहीं बल्कि धुएं और गंदगी से होने वाली एलर्जी से भी बचाते हैं। पालतू जानवरों को न छूएं और उन्हें बिस्तर पर न चढ़ने दें। आंखों के मेकअप का सामान किसी के साथ न बांटे। गर्मी और बरसात के दौरान आंखों की सफाई पर विशेष ध्यान दें।
क्या हैं लक्षण:
: कंजेक्टिवाइटिस आखों से जुड़ी सबसे आम बीमारी है।
: बीमारी में आखें सूज जाती हैं।
: इनमें दर्द बना रहता है और आंखों से पानी आता है।
: आखों की यह बीमारी बहुत तेजी से आसपास के लोगों तक पहुंच जाती है।
: एक दूसरे को छूने, आखों में देखने से यह संक्रमण किसी दूसरे को हो सकता है।
संक्रमण न होने दें:
चिकित्सकों का सुझाव है कि आखों के लिए स्वस्थ भोजन और अच्छी नींद दोनों ही बेहद आवश्यक हैं।
खाने में हरी सब्जियां ज्यादा खाएं।
दिन में कम से कम दो लीटर पानी पीएं, ताकि आपके शरीर की गंदगी बाहर निकले और नमी बनी रहे, जो आखों के लिए भी जरूरी है।
आखों में चिकित्सक द्वारा सुझाई गई ऐसी दवाएं डालें जो आखों को शुष्क होने से रोके और संक्रमण न पैदा होने दें। इस मौसम में कंजेक्टिवाइटिस के साथ ही अन्य संक्रमण की आशंकाएं भी अधिक होती हैं।
गॉगल शेयरिंग भी खतरनाक:
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ श्रीवास्तव के मुताबिक, सबकी आखों की क्षमता अलग-अलग होती है। ऐसे में किसी से चश्मा लेकर पहनना ठीक नहीं है। इससे आखों पर अधिक दबाव होने के साथ ही लगातार ऐसे चश्मे के इस्तेमाल से विजन पर भी असर पड़ सकता है।
ये सावधानियां बरतें :
* आंखों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील इस मौसम में गुणवत्ता युक्त चश्मे का इस्तेमाल करें।
* आखों का अचानक लाल हो जाने या दर्द की स्थिति में डॉक्टर की सलाह लें।
* रात में सोते समय आई क्लीनिंग ड्रॉप्स या गुलाब जल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
संक्रमण होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने बताया कि आंखों को गर्म पानी से सेंकने से भी राहत मिलती है। इसके अलावा आंखों में गुलाबजल डालने से बहुत आराम मिलता है।

Share:

0 comments:

Post a Comment