Tuesday, January 10, 2017

कोल्ड से पीड़ित बच्चों के लिए प्रभावी घरेलू उपचार

आपका बच्चा बुरी तरह ठंड से पीड़ित है और आप डॉक्टर की दी सलाह और दवाइयों का उपयोग लगातार कर रहे है फिर भी आपके बच्चे को कोल्ड से जल्द आराम नही मिल रहा है तो अधिक चिंता करने की जरूरत नही है कुछ सरल और प्रभावी घरेलू उपचार की मदद से कोल्ड से पीड़ित बच्चे की हालत में जल्द सुधार किया जा सकता है। आइये जानतें है उन तरकीबों के बारें में जो छोटे बच्चों को ठंड से राहत दिलाते है।



शिशुओं के लिए सूप : अगर आपका बच्चा 7 महीने का है और उसको बुखार और सर्दी लगी है तो आप उसे रसम खिला सकते है। रसम का सूप बनाने के लिए आपको टमाटर और लहसुन को शामिल करना होगा। दक्षिण भारत में सर्दी और बुखार भगाने में यह नुस्खा काफी लोकप्रिय है। अक्सर शिशुओं और बढ़ते बच्चों की देखभाल करने के लिए इस घरेलू उपचार का प्रयोग किया जाता है और यह बेहद सरल भी है क्योकि खाना पकाने जैसे भारी मसालों और पकाने की अधिक विधि समझने की जरूरत नही है।



लहसुन : लहसुन और अजवाइन का प्रयोग छह महीने के आयु वाले बच्चों के लिए उचित रहता है। ठंड की बिमारी से जूझ रहे छोटे बच्चों के लिए यह एक उत्कृष्ट घरेलू उपाय है। लहसुन और अजवाइन गर्म कपड़े के टुकड़े में रख कर बच्चे की छाती में लगाएं। बच्चे की छाती पर इसको रगड़ने से पहले इसका तापमान ठीक से जाँच लें और इसका उपचार का प्रयोग बच्चे की छाती पर सीधा ना करें।



भाप रगड़ें : बंद नाक के लिए और बुखार का तापमान कम करने के लिए आप बच्चे के पैर में भाप रगड़ कर मोजे पहना सकते है। इससे पहले की बच्चे सो जाएं आप इस उपचार का प्रयोग दिन में दो बार कर सकती है।



सेलाइन ड्राप : सेलाइन ड्राप की गिनती कोल्ड हुए बच्चे के लिए सबसे सुरक्षित उपचार में होती है। सेलाइन ड्राप बच्चे की बंद नाक को बेहतर साँस लेने की अनुमति देता है इसके अतिरिक्त कफ को बाहर निकालने का यह आसान तरीका है।



ह्यूमिडफाइअर : अतिरिक्त नमी और बच्चे की नाक को अनब्लॉक रखने के लिए यह काफी महत्वपूर्ण साबित होता है। बच्चे के कमरे के लिए एक ह्यूमिडफाइअर खरीद कर बच्चे की नाक को बंद होने से बचा सकते है।



नारियल तेल : नारियल का तेल ठंड और उससे उत्पन्न बलगम के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। आप दिन में दो से तीन बार मालिश या नाक के आसपास नरियल तेल मल सकती है। यह आपके शिशु को जल्द ठीक करने के साथ-साथ नरम और कोमल त्वचा देने में सहायता करता है।



बेबी एक गुनगुने पानी का स्नान दें : आप अपने बच्चे को ठंड और बुखार के लक्षणों को राहत देने के लिए अच्छे गुनगुने पानी का स्नान दे सकती है। अगर आप पानी के अंदर पुदीने तेल की बूंदें शामिल करते है तो आपको बेहतर रिजल्ट मिल सकते है इसके अतिरिक्त अगर आप शीघ्र परिणाम चाहती है तो बच्चे के पैरों के ऊपर पुदीना तेल मालिश कर सकती है।



प्याज का लाभ : निश्चित रूप से बच्चे को बुखार और कोल्ड से राहत देने का काम प्याज अच्छे से कर सकता है कुछ ताजे प्याज के स्लाइस लेकर उसको अपने बच्चे के मोज़े में रख दें। एक बड़ा जुर्राब का प्रयोग कर प्याज उसमें फिट कर दें और जब प्याज का रंग भूरे रंग में बदल जाता है तो यह इस बात की सुचना है की बुखार कम हो गया है।



लैवेंडर ऑयल की मदद लें : लैवेंडर तेल बुरी तरह लगी ठंड के इलाज में इस्तेमाल की जा सकती है। बच्चे की गर्दन, पैर पर और कान के पीछे की मालिश : लैवेंडर तेल से करें। परिणाम जल्द दिखाई देगा और यकीनन कोल्ड पहले से काफी कम हो जायेंगा।



नींबू के रस : अगर आपका बच्चा 1 साल से उपर है तो शहद और नींबू का रस इन बिमारियों में चमत्कार दिखा सकता है। सिर्फ एक खाली गिलास में कुछ गर्म पानी लेकर उसमें नींबू का रस और शहद की कुछ बूंदें शामिल करें। बच्चे को आप यह पानी दिन में दो बार बना कर दे सकती है।


बीमारी के दौरान बच्चे की देखभाल सबसे मुश्किल कार्य हो जाता है। हालांकि हमने कुछ टिप्स उपर जरुर दिए है लेकिन बच्चे की बीमारियों की परिस्थिति अलग अलग हो सकती है इसलिए इन प्रक्रिया को अपनाने से पहले डॉक्टरी सलाह अवश्य लें ताकि बच्चा जल्द से जल्द ठीक हो सकें।
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