किडनी स्टोन / गुर्दे की पथरी बहुत ही दर्दनाक होते है अगर इन्हें सही समय पर सही तरीके से इलाज नहीं कराया तो। यह आपके सिस्टम को भी क्षति पहुँचा सकते है। कैल्शियम ऑक्सालेट (calcium oxalate) कंपाउंड द्वारा किडनी स्टोन बनते है जो की मिनरल्स का किडनी में जमा होना माना जाता है। किडनी का कार्य होता है की खून में से अशुद्धता को मूत्र के रूप में निकाला जाए। किडनी स्टोन की समस्या में पिघले हुए मिनरल्स, जो मूत्र में मौजूद होते है वो एक साथ मिलकर किडनी में एक बड़ा स्टोन का रूप ले लेते है, जो मूत्र द्वारा आसानी से नहीं निकलते और इस कारण ब्लॉकेज उत्पन्न हो जाता है।
किडनी स्टोन/ गुर्दे की पथरी जब उत्पन्न होता है तब व्यक्ति को पता नहीं चलता है उन्हें तब दर्द होता है जब ब्लॉकेज उत्पन्न होता है। किडनी स्टोन को मूत्र के रूप में निकालना बहुत ही दर्दनाक होता है अगर इनका साइज़ बड़ा हो तो। किडनी स्टोन का साइज़ चीनी के साइज़ से लेकर गोल्फ बॉल के साइज़ तक हो सकता है। किडनी स्टोन के इलाज के बारे में जानने से पहले आपको इनको उत्पन्न करने वाले कारणों के बारे में जानना चाहिए, इस से आपको सहायता प्राप्त हो सकती है और आप किडनी स्टोन की समस्या को शुरूआती दौर में ही दूर कर सकते है।
किडनी स्टोन उत्पन्न होने का कारण (Causes of formation of kidney stones)
अगर आप किडनी स्टोन के कारण को जानते है तो आप इस समस्या को आने से रोक सकते है। नीचे कुछ सामान्य कारणों को दर्शाया गया है जिन कारण किडनी स्टोन उत्पन्न हो सकते है।
कम पानी पीना (Drinking less water)
सबसे मुख्य कारण जिस से किडनी स्टोन उत्पन्न होता है वो है पानी का सेवन कम करना। रिसर्च के अनुसार जो लोग कम पानी पीते है वे सबसे ज्यादा किडनी स्टोन का शिकार बनते है। यूरिन का पदार्थ यूरिक एसिड pH की मात्र को कम कर देता है जिस कारण किडनी में ज्यादा एसिड उत्पन्न होने लगता है और इस कारण किडनी में स्टोन बनने लगता है। इस यूरिक एसिड की मात्रा को पानी के सेवन से कम किया जाता है जिस कारण शरीर में pH की मात्रा संतुलित बनी रहती है और किडनी स्टोन का जोखिम कम रहता है।
अगर हम कम पानी पीते है तब किडनी में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है जिस कारण इसका असर प्राकृतिक pH संतुलन पर पड़ता है और जिस से किडनी स्टोन का निर्माण होने लगता है जो पिघले हुए मिनरल से बनता है।
मेडिकल परिस्थिति (Medical conditions)
अनेक मेडिकल परिस्थिति है जिस कारण किडनी स्टोन का जोखिम बढ़ सकता है। कुछ परिस्थिति जैसे क्रोहं डिजीज (Crohn’s disease), रेनल टयुबलर एसिडोसिस (renal tubular acidosis), यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (urinary tract infection), डेंट डिजीज (Dent’s disease) और हाइपरथाइरोइडिसम। अगर आप इनमें से किसी एक परिस्थिति से गुज़र रहे है तो आप किडनी स्टोन का शिकार बन सकते है इसलिए महत्वपूर्ण है की आप सही इलाज को डॉक्टर के परामर्श के बाद लेना शुरू कर दें, इस तरह आप किडनी स्टोन के जोखिम को कम कर सकते है।
परिस्थिति जिन कारण नार्मल कैल्शियम सोख लेने वाली प्रक्रिया पर असर पड़ता है वो है गैस्ट्रिक की समस्या, क्रोनिक डायरिया और मल त्याज में सूजन। इन सभी परिस्थिति के कारण भी किडनी स्टोन उत्पन्न हो सकता है।
फ्लोरीडेशन (Fluoridation)
फ्लोरीन एक टॉक्सिक एलिमेंट है और वाटर फ्लोरीडेशन को सबसे मुख्य कारण माना गया है किडनी स्टोन के जोखिम को बढाने में। टूथपेस्ट भी फ्लोरीन को शरीर में पहुंचाता है। इसलिए अगर आप पहले किडनी स्टोन की समस्या से गुज़र चुके है तो बेहतर होगा की आप उस पानी को ना पीए जिसमे फ्लोरीन मौजूद हो और टूथपेस्ट का चुनाव करते समय उसमे फ्लोरीन की मात्रा को भी पढ़ लें।
कैल्शियम और विटामिन D सप्लीमेंट (Calcium and vitamin D supplement)
कैल्शियम D और विटामिन D शरीर के लिए अनिवार्य है। इनसे हड्डियाँ मजबूत बनती है और इसलिए लम्बे समय तक इसका सेवन करने के लिए कहा जाता है। लेकिन कैल्शियम या विटामिन D का अधिक से ज्यादा सेवन करने से आप किडनी स्टोन का निर्माण अपने शरीर में कर सकते है। इन सप्लीमेंट से खून और यूरिन में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है और फिर ज्यादा कैल्शियम ऑक्सालेट उत्पन्न होने का चांस रहता है, जो किडनी स्टोन का निर्माण करता है। अगर आप कैल्शियम और विटामिन D सप्लीमेंट का सेवन लम्बे समय से करते आ रहे है या लम्बे समय तक इसका सेवन करना है तो बेहतर होगा की आप सही डोस लें और अपने डॉक्टर से इनका उपयोग करने से पहले परामर्श कर लें।
जेनेटिक्स (Genetics)
किडनी स्टोन उत्पन्न होने का सबसे मुख्य कारण जेनेटिक्स भी हो सकता है। अगर आपके परिवार में किसीको यह समस्या हो चुकी है तो बेहतर होगा की आप अधिक पानी पीना शुरू कर दें और इसके जोखिम को कम करने के लिए सही नुस्खो का पालन करे। और नियमित समय से डॉक्टर से अपनी जांच कराते रहे ताकि शुरूआती दौर पर ही इस समस्या का इलाज किया जा सके।
किडनी स्टोन के अन्य जोखिम करक (Some other risk factors of kidney stones)
नीचे दिए गए कारणों से भी किडनी स्टोन का जोखिम बढ़ता है। लेकिन ज़रूरी नहीं की अगर आप इन परिस्थिति से गुज़र रहे है तो आपको किडनी स्टोन हो लेकिन इन परिस्थिति के कारण जोखिम ज़रूर बढ़ सकता है।
- किडनी स्टोन उत्पन्न होने का कारण ओबेसिटी है।
- उन आहार का सेवन करना जिन्मे ज्यादा प्रोटीन और सोडियम हो और कैल्शियम कम हो तो आप किडनी स्टोन का शिकार जल्द बन सकते है।
- गतिहीन लाइफस्टाइल से भी आप किडनी स्टोन के जोखिम को बढाते है।
- हाई ब्लड प्रेशर से आप किडनी स्टोन के जोखिम को ज्यादा बढाते है।
किडनी स्टोन का इलाज (Treating kidney stones)
आपके किडनी स्टोन की साइज़ के ऊपर ही सही इलाज का उपयोग किया जा सकता है, अगर आपका स्टोन बड़ा है तो इसको मेडिकल सहायता की आवश्यकता है अगर यह छोटा है तो इसे आप पिघला कर निकाल सकते है। अगर कोई इस समस्या से पहली बार गुज़र रहा है तो उसे मेडिकेशन लेनी चाहिए क्योंकि इस से उन्हें बहुत दर्द हो सकता है और अगर किसी के किडनी स्टोन का साइज़ बहुत छोटा है तब मेडिकेशन भी इन्हें अपने आप पिघालने को कहते है। अगर किडनी स्टोन बड़ा है और इसके स्थान के आधारित पर डॉक्टर लिथोट्रिप्सी का भी इलाज कर सकते है जिस से बड़े स्टोन को छोटे स्टोन में तोडा जाता है और जो मूत्र द्वारा बहार निकल जाते है।
घरेलु नुस्खो से किडनी स्टोन का इलाज और उन्हें आने से रोका जा सकता है। अगर आप किडनी स्टोन का इलाज घरेलु नुस्खे से कर रहे है तो मेडिकल सहायता भी आपको इमरजेंसी के लिए रखनी चाहिए। यह नुस्खे स्टोन को पिघाल देते है और आपका इलाज करने में क्षक्षम है और साथ ही आपके दर्द को कम भी करते है।
निम्बू रस और ओलिव आयल से करे पथरी का इलाज (Lemon juice and olive oil for treating kidney stones)
निम्बू के रस और ओलिव आयल के मिश्रण को किडनी स्टोन का इलाज करने के लिए बेहतरीन माना जाता है। यह कैल्शियम पर आधारित किडनी स्टोन के लिए सबसे प्रभावशाली नुस्खा है। 4 बड़ी चम्मच निम्बू के रस को 4 बड़ी चम्मच ओलिव आयल में मिलाए और इस मिश्रण का सेवन कर लें। इसे दिन में 2 से 3 बार दोहराए। आपको इस नुस्खे को लगातार 3 दिन के लिए कारण है और आप अपने किडनी स्टोन को निकाल सकते है।
किडनी स्टोन के लिए एप्पल साइडर विनेगर और शहद (Apple cider vinegar and honey for kidney stones)
किडनी स्टोन को निकालने के लिए अगर प्रभावशाली घरेलु नुस्खो को देखा जाए तब सबसे बेहतरीन इलाज एप्पल साइडर विनेगर और शहद का मिश्रण है। यह किडनी स्टोन को पिघालेगा और फिर इस तरह उसे शरीर से निकाल देगा। आपको एक कप गुनगुना पानी लेना है और इसमें 2 बड़ी चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को मिलाना है और एक छोटी चम्मच शहद को मिलाना है। अब आपको इस मिश्रण को दिन में 2 से 3 बार पीना है वो भी लगातार 2 से 3 दिन के लिए ताकि किडनी स्टोन पिघल जाए और आपके शरीर से निकल जाए।
किडनी स्टोन के इलाज के लिए अनार (Pomegranate for treating kidney stone)
किडनी स्टोन की समस्या का इलाज अनार से बेहतर हो सकता है। अगर आप किडनी स्टोन की समस्या से गुज़र चुके है तो आपको रोजाना एक अनार का सेवन करना चाहिए ताकि वो दोबारा उत्पन्न ना हो। यह स्टोन को तुरंत निकालने में भी सहयोगी है।
किडनी स्टोन के इलाज के लिए तुलसी और शहद (Basil leaves and honey for kidney stone treatment)
अगर आपको किडनी स्टोन है या आप इस समस्या से गुज़र चुके है तो आपको इसका इलाज प्राकृतिक रूप से तुलसी और शहद के मिश्रण से करना चाहिए। इसके लिए आपको 6 से 7 ताज़े तुलसी के पत्ते लेने है और इसमें ½ चम्मच शहद को मिलाना है और इसका सेवन कर लेना है। आपको इसे 5 से 6 महीने तक लेना है और आप देख सकते है की आपका स्टोन पिघल रहा है और छोटा होता जा रहा है जो मूत्र के द्वारा निकल जाएगा।
पथरी का घरेलू इलाज के लिए बिछुआ चाय पत्ती (Nettle leaf tea for kidney stone)
बिछुआ (nettle) एक जड़ी बूटी है जिसमे अनेक औषधीय गुण मौजूद है। इस हर्ब के पत्ते से आप अपने शरीर में पानी के बहाव को सही से बनाए रख सकते है और यह किडनी स्टोन को उत्पन्न नहीं होने देता और साथ ही स्टोन को तुरंत निकाल देता है। आपको 2 चम्मच सूखे बिछुआ के पत्ते लेना है और इसे 1 कप गरम पानी में 10 मिनट के लिए रखना है और फिर इसको पी लेना है। आपको इस चाय को दिन में 2 से 3 बार कुछ महीनो के लिए पीना है और फिर आप बेहतर परिणाम को प्राप्त कर सकते है।
किडनी स्टोन को दोबारा उत्पन्न होने से रोकने के लिए ऑरेंज जूस (Orange juice for preventing kidney stone recurrence)
रिसर्च के अनुसार रोज़ाना ताज़े संतरे का जूस पीने से आप किडनी स्टोन को दोबारा उत्पन्न होने से रोक सकते है। जो लोग किडनी स्टोन का शिकार बन चुके है और इलाज करा चुके है उनके लिए यह सही नुस्खा है जिस कारण उन्हें इस समस्या से दोबारा नहीं गुज़रना पडेगा।
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