राई अनाज है जो गेहूं के जाति से है। इसका उपयोग बहुत ज्यादा किया जा रहा क्योंकि यह स्वास्थय और त्वचा के लिए लाभकारी साबित हुआ है। इसमें फाइबर ज्यादा पाया जाता है और इसलिए लोग इसका उपयोग ज्यादातर खाने में करते है, यह वजन को नियंत्रित बनाए रखने में सक्षम है। इसमें मौजूद फाइबर ही अनेक लाभ को प्रदान करता है जिसमे से सबसे मुख्य लाभ पाचन है। आप इस राई के अनेक लाभ के बारे में जान सकते है , इसलिए इस आर्टिकल को पढ़िए और त्वचा एवं स्वास्थय सम्बंधित लाभ को प्राप्त करें।
राई अनेक सामग्री में से एक सामग्री है जो सरेअल्स के रूप में उपयोग की जाती है। आप लगातार अनेक प्रकार के सरेअल्स और अनाज का सेवन खाने के रूप में करते आ रहे है। क्या आप इन सभी सामग्री से सम्बंधित पौष्टिक गुण को जानते है? राई भी सरेअल्स में से एक ऐसा अनाज है जिसमे पौष्टिक तत्व भरपूर पाए जाते है। इस प्रकार के सरेअल्स को चाइना, नार्थ अमेरिका, यूरोप, साउथ अमेरिका, नोर्थर्ण रूस जैसे देशों में बनाया जाता है। लेकिन भारत के लोग भी इस प्रकार के सरेअल्स का सेवन कर सकते है। यह सभी सरेअल्स में से सबसे बेहतरीन सरेअल्स है जिसका सेवन विश्व भर में किया जाता है। नीचे इसको खाने के लाभ को दर्शाया गया है।
राई के स्वास्थ्य और सुन्दरता सम्बंधित लाभ (Health and beauty benefits of rye)
राई का तेल बचपन के आस्थमा को दूर करें (Prevents childhood asthma)
रिसर्च के अनुसार अनाज और विशेष रूप से राई का सेवन करने से बचपन में उत्पन्न होने वाले आस्थमा से दूर रहा जा सकता है। यह हाइपर रेस्पोंसिव्नेस (hyper responsiveness) का इलाज करने में भी प्रभावशाली है।
हृदय से सम्बंधित रोग के जोखिम को नियंत्रित करे (Controls cardiovascular risks)
राई एक ऐसा अनाज है जिसमे फाइबर भरपूर पाया जाता है और इस कारण यह शरीर की सुरक्षा के लिए अनिवार्य है क्योंकि यह शरीर को कोलेस्ट्रोल की मात्रा के बढ़ने के जोखिम से सुरक्षित रखता है और साथ ही कोलेस्ट्रोल की मात्रा को नियंत्रित बनाए रखता है। इस तरह राई अनेक हृदय सम्बंधित रोग जो कोलेस्ट्रोल बढ़ने से होते है उनसे हमारे शरीर को दूर रखता है।
राई के फायदे वजन को नियंत्रित बनाए रखे (Manages your weight hai rai ke gun)
लोग जो अपना वजन घटाना चाह रहे है उन्हें राई का उपयोग करना चाहिए ताकि वे अपने बढे हुए वजन को नियंत्रित कर सके। इसमें फाइबर भरपूर पाया जाता है और कैलोरी कम होती है जिस से आप अपने वजन को सही से बनाए रख सकते है। फाइबर से आपको सही पाचन की शक्ति प्राप्त होती है और इस तरह शरीर से बुरे पदार्थ बहार निकल जाते है। इसका सेवन करने से आपको महसूस होता है की आपका पेट भर गया है और इस तरह आपके भूख को नियंत्रित करता है। इस से आप कम खाएंगे और अपने वजन को नियंत्रित रख सकेंगे।
राई के घरेलू फायदे बालों को बढाए (Improves hair growth)
माइक्रो नुत्रिएन्त मैग्नीशियम का सेवन करने से आपके बाल घने और सुन्दर बनते है। यह राई में मौजूद होते है और इस तरह आप अपने बालों को गिरने से रोक सकते है और गंजेपन के जोखिम से बच सकते है।
प्राकृतिक शैम्पू (Natural shampoo hai rai ke labh)
हाँ!! राई को आप प्राकृतिक शैम्पू के रूप में भी उपयोग कर सकते है जिस से आप अपने बालों से सम्बंधित लाभ को प्राप्त कर सकते है। इसके लिए आपको गुनगुने पानी में राई के आटे की 2/3 बड़ी चम्मच मिलानी है और इसका पेस्ट बना लेना है। अब इस मिश्रण का उपयोग आप अपने बालों पर शैम्पू के रूप में कर सकते है। इसे लगाए और इस शैम्पू से अपने सिर की त्वचा पर हलके से मसाज करें और फिर गुनगुने पानी से धो लें। इसके बाद अपने बालों अपर कंडीशनिंग करना ना भूलेगा।
राई के लाभ त्वचा को साफ़ करे (Clear skin)
त्वचा से बुरे और विषाक्त पदार्थो को निकालने के लिए मैग्नीशियम प्रभावशाली है जो राई में पाया जाता है, इस से आप अपने शरीर से बुरे अनचाहे पदार्थ को निकाल सकते है और इस तरह एक साफ़ त्वचा प्राप्त कर सकते है। जिन लोगो को लगातार एलर्जी होती रहती है उन्हें राई का उपयोग कर अपनी समस्या का इलाज करना चाहिए।
एजिंग की प्रक्रिया में विलंब लाए (Lingers aging process)
राई के अनाज में अनेक मिनरल्स मौजूद है जैसे आयरन, जिंक और मैग्नीशियम जो एजिंग के संकेत जैसे ऐज स्पॉट, झुर्रियां, फाइन लाइन्स और अन्य को उत्पन्न होने में विलंब करता है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल का नाश कर एजिंग की प्रक्रिया को धीरे कर देता है जिस से आप एजिंग का शिकार बनने से कुछ समय के लिए बच जाएंगे।
ध्यान दें (Note) : राई लस अनाज (gluten grains) की जाति में आता है, अगर आप ग्लूटेन सेंसितिव्नेस (gluten sensitiveness), ग्लूटेन सेंसिटिव एन्तेरोपेथिस (gluten sensitive enteropatheis) या सैलियक स्प्रू (celiac sprue), असहिष्णुता की परिस्थिति से गुज़र रहें है तो आपको राई से दूर रहना चाहिए।
राई का सेवन करने से लाभ (Advantages of consuming rye)
राई के औषधीय गुण पित्त पथरी के जोखिम को कम करे (Reducing risk of gallstone)
ऐसी भी परिस्थिति है जहाँ व्यक्ति को पित्त पथरी की समस्या से गुज़रना पड़ता है। आपने बहुत से लोगो को पित्त पथरी की समस्या का सामना करते देखा होगा, जिसका इलाज ऑपरेशन करने से ही होता है। अगर आप राइ को रोजाना खाएंगे तो आपके शरीर में कुछ बदलाव उत्पन्न होंगे जिस से आप पित्त पथरी के जोखिम को कम कर सकेंगे। राई में मौजूद एलिमेंट से पित्त पथरी की गंभीरता कुछ मात्रा से कम हो जाती है। जैसे की आप जानते है की राई में फाइबर है, इस से आप पित्त पथरी को अपने शरीर में उत्पन्न होने से रोक सकते है।
राई के दाने डायबिटीज के जोखिम को दूर करे (Sort out diabetes hai rai ke fayde)
आज कल बहुत से लोग डायबिटीज की समस्या से गुज़र रहे है। इसका कारण लाइफस्टाइल में बदलाव, ज्यादा तीखा खाने से और अस्वस्थ खाना है। कुछ व्यक्ति के खून में डायबिटीज इसलिए है क्योंकि अनुवांशिक का परिणाम है। अभी समय है की आप इस डायबिटीज की समस्या से अपने आप को बचा सकें। आपको रोजाना अपने खाने में राई का उपयोग करना होगा ताकि आप डायबिटीज से दूर रह सकें। आपको उन सब्जियों से दूरी बनाए रखनी होगी जो मीठे और भूमि के अंदर उगते है।
मल त्याग की प्रक्रिया को सही से नियंत्रित करे (Proper bowel movement)
आपने अनेक व्यक्ति से इस समस्या के बारे में सुना होगा जहाँ वे कब्ज और अस्पष्ट मल से गुज़र रहे होते है। इसका यह कारण है की उनके खाने में स्थूल खाद्य नहीं है। लेकिन राई अनेक प्रकार के सरेअल में से एक है जिसमे स्वस्थ स्थूलखाद्य मौजूद है। इस से मल त्याग में सहायक प्राप्त होती है। राई के सेवन के बाद अप एनर्जेटिक भी महसूस कर सकते है। इसके उपयोग से आप साफ़ आंत प्राप्त कर सकते है और शरीर को फ्रेश महसूस करा सकते है।
0 comments:
Post a Comment