अगर आपको स्वस्थ रहना है तो अपने शरीर को मंदिर की तरह समझना चाहिए। लेकिन शरीर के कुछ ऐसे हिस्से हैं जिन्हें आपको नंगे हाथों से नहीं छूना चाहिए।
अमेरिका के अरिज़ोना में ज़ुकरमैन कॉलेज ऑफ पब्लिक हेल्थ में एसोसिएट प्रोफेसर केली रेनॉल्ड्स के मुताबिक शोध साबित करते हैं कि हाथ जर्म्स को फैलाने में सबसे अधिक भूमिका निभाते हैं।
अगर आप हाथों और उंगलियों को सही तरीके से धोते भी हैं तो भी ये बहुत जल्दी आसपास के वातावरण के हिसाब से दोबारा संक्रमित हो जाते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का मेडिकल सेंटर के शोध के मुताबिक अगर नाखून नियमित तौर पर नहीं काटते या अंगूठियां पहनते हैं तो माइक्रोब्स को हाथों पर कब्ज़ा जमाने का न्योता देते है। इसी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मार्क ई रप्प का कहना है कि जितना आप का हाथ साफ करना आसान होगा उतना ही आपके लिए बेहतर होगा।
शोध के मुताबिक शरीर के ये 7 हिस्से हैं जिन्हें आपको हाथों से छूने से बचना चाहिए।
1. कान-
आपको कानों के अंदर के हिस्से में उंगली या अन्य किसी चीज़ को डालने से बचना चाहिए। ईयर कनाल (कर्णनलिका) में कोई चीज़ डालने से उसकी पतली त्वचा फट सकती है। अगर आपको कानों में लगातार खारिश होती है तो खुद कुछ भी करने की जगह विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए।
2. चेहरा-
आप सिर्फ अपने चेहरे को धोने के लिए हाथों का इस्तेमाल कर सकते हैं अन्यथा अपने हाथों को दूर ही रखिए। अगर आप किसी जर्म वाली जगह पर हाथ रखते है और उसे फिर माथे या चेहरे पर रखते हैं तो आपके बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा आपकी उंगलियों में तेल होता है जो आपके चेहरे के छिद्रों को बंद कर सकता है।
3 नितंब-
टिश्यू पेपर से वाइपिंग या पानी से धोना ही सुरक्षित नहीं होता। एनस (मलद्वार) में कई बैक्टीरिया ऐसे होते हैं जो बहुत हानिकारक होते हैं। आपको मलत्याग के बाद या किसी अन्य वजह से शरीर के इस हिस्से को छूना होता है तो उसके बाद हाथों को किसी अच्छे सेनिटाइज़र सोप से अवश्य धोना चाहिए।
4- आंखें-
कांटेक्ट्स लैंस लगाने या आंखों में कुछ डलने पर उन्हें धोने के अलावा आखों को हाथों या उंगलियों से छूने से बचना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो जर्म्स को आंखों तक पहुंचाने का खतरा मोल उठाते हैं। इस मामले में एक नियम का हमेशा पालन करना चाहिए कि आखों को ना कभी छूना चाहिए और ना ही मलना चाहिए। अगर आंखों में आपको चुभन या अन्य कोई तकलीफ हो तो तत्काल नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।
5- मुंह-
इंग्लैंड में हालिया एक शोध से पता चला है कि लोग जब अपने काम से बोर होते हैं तो औसतन मुंह में एक घंटे में 23.6 बार उंगलियां डालते हैं। जब वो व्यस्त होते हैं तो भी औसतन 6.3 बार मुंह में उंगली डालते हैं। जनरल ऑफ अप्लाईड माइक्रोबॉयोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक शरीर में एक तिहाई जर्म्स मुंह में उंगलियां डालने के ज़रिए पहुंचते हैं।
6- नाक-
नाक में उंगली डालने की खराब आदत वाले लोगों को स्टेफिलोकोकस बैक्टीरिया से संक्रमित होने का ख़तरा 51 फीसदी अधिक होता है।
7- नाखूनों के नीचे की त्वचा-
बैक्टीरिया को फैलने से रोकने के लिए ज़रूरी हैं कि आप अपने नाखूनों को नियमित रूप से काटें या छोटा रखें। नाखूनों को साफ करने के लिए मुलायम ब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए। नाखूनों के बड़े
होने या साफ ना होने से नीचे की त्वचा को ओनिकोलाइसिस का खतरा रहता है।
अमेरिका के अरिज़ोना में ज़ुकरमैन कॉलेज ऑफ पब्लिक हेल्थ में एसोसिएट प्रोफेसर केली रेनॉल्ड्स के मुताबिक शोध साबित करते हैं कि हाथ जर्म्स को फैलाने में सबसे अधिक भूमिका निभाते हैं।
अगर आप हाथों और उंगलियों को सही तरीके से धोते भी हैं तो भी ये बहुत जल्दी आसपास के वातावरण के हिसाब से दोबारा संक्रमित हो जाते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का मेडिकल सेंटर के शोध के मुताबिक अगर नाखून नियमित तौर पर नहीं काटते या अंगूठियां पहनते हैं तो माइक्रोब्स को हाथों पर कब्ज़ा जमाने का न्योता देते है। इसी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मार्क ई रप्प का कहना है कि जितना आप का हाथ साफ करना आसान होगा उतना ही आपके लिए बेहतर होगा।
शोध के मुताबिक शरीर के ये 7 हिस्से हैं जिन्हें आपको हाथों से छूने से बचना चाहिए।
1. कान-
आपको कानों के अंदर के हिस्से में उंगली या अन्य किसी चीज़ को डालने से बचना चाहिए। ईयर कनाल (कर्णनलिका) में कोई चीज़ डालने से उसकी पतली त्वचा फट सकती है। अगर आपको कानों में लगातार खारिश होती है तो खुद कुछ भी करने की जगह विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए।
2. चेहरा-
आप सिर्फ अपने चेहरे को धोने के लिए हाथों का इस्तेमाल कर सकते हैं अन्यथा अपने हाथों को दूर ही रखिए। अगर आप किसी जर्म वाली जगह पर हाथ रखते है और उसे फिर माथे या चेहरे पर रखते हैं तो आपके बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा आपकी उंगलियों में तेल होता है जो आपके चेहरे के छिद्रों को बंद कर सकता है।
3 नितंब-
टिश्यू पेपर से वाइपिंग या पानी से धोना ही सुरक्षित नहीं होता। एनस (मलद्वार) में कई बैक्टीरिया ऐसे होते हैं जो बहुत हानिकारक होते हैं। आपको मलत्याग के बाद या किसी अन्य वजह से शरीर के इस हिस्से को छूना होता है तो उसके बाद हाथों को किसी अच्छे सेनिटाइज़र सोप से अवश्य धोना चाहिए।
4- आंखें-
कांटेक्ट्स लैंस लगाने या आंखों में कुछ डलने पर उन्हें धोने के अलावा आखों को हाथों या उंगलियों से छूने से बचना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो जर्म्स को आंखों तक पहुंचाने का खतरा मोल उठाते हैं। इस मामले में एक नियम का हमेशा पालन करना चाहिए कि आखों को ना कभी छूना चाहिए और ना ही मलना चाहिए। अगर आंखों में आपको चुभन या अन्य कोई तकलीफ हो तो तत्काल नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।
5- मुंह-
इंग्लैंड में हालिया एक शोध से पता चला है कि लोग जब अपने काम से बोर होते हैं तो औसतन मुंह में एक घंटे में 23.6 बार उंगलियां डालते हैं। जब वो व्यस्त होते हैं तो भी औसतन 6.3 बार मुंह में उंगली डालते हैं। जनरल ऑफ अप्लाईड माइक्रोबॉयोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक शरीर में एक तिहाई जर्म्स मुंह में उंगलियां डालने के ज़रिए पहुंचते हैं।
6- नाक-
नाक में उंगली डालने की खराब आदत वाले लोगों को स्टेफिलोकोकस बैक्टीरिया से संक्रमित होने का ख़तरा 51 फीसदी अधिक होता है।
7- नाखूनों के नीचे की त्वचा-
बैक्टीरिया को फैलने से रोकने के लिए ज़रूरी हैं कि आप अपने नाखूनों को नियमित रूप से काटें या छोटा रखें। नाखूनों को साफ करने के लिए मुलायम ब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए। नाखूनों के बड़े
होने या साफ ना होने से नीचे की त्वचा को ओनिकोलाइसिस का खतरा रहता है।
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