पैर के उपर पैर रख एक साइड बैठना अर्थात क्रॉस-लेग बैठना बैठने का सबसे आम स्टाइल बन गया है। सुदंर दिखने के लिए या कपड़ों की बनावट की वजह से हम इस स्टाइल को बैठने के लिए अधिक चुनते है लेकिन क्या आप जानतें है 'खूबसूरत' और 'आकर्षक' रूप से बैठने का यह स्टाइल आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
आइयें जानतें है पैर के उपर पैर रख एक साइड होकर बैठने पर आपके स्वास्थ्य पर क्या क्या प्रभाव पड़ते है।

रक्त प्रवाह का बिगड़ना : जब आप क्रॉस लेग कर बैठते है तो रक्त चाल पैरों से वापिस हो कर छाती तक पहुंचने लगता है नतीजतन आपका रक्तचाप बढ़ने लगता है इसलिए अधिक समय तक पैर के उपर पैर रख एक साइड बैठने से परहेज करें। बैठने के तरीके के अतिरिक्त पैर की मांसपेशियों वाले व्यायाम उदाहरण के तौर पर इसोमेट्रिक व्यायाम से भी रक्त प्रवाह के लिए प्रतिरोध बढ़ जाता है।

गर्दन में दर्द और कूल्हों में तकलीफ : स्वास्थ्य के लिहाज से पैर के उपर पैर रख एक साइड बैठना एक बेवकूफ मुद्रा है और आप अगर प्रति दिन तीन घंटे तक क्रॉस लेग कर बैठते है तो स्वास्थ्य संबंधी कुछ गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती है क्योकि जब आप क्रॉस लेग कर बैठते है तो रीढ़ की हड्डी पर अधिक दबाव पड़ता है जिसकी वजह से पीठ के निचले हिस्से गर्दन और कमर में दर्द उत्पन्न होने लगता है।

नसों को कमजोर बनाता है : जब आप क्रॉस लेग कर बैठते है तो यह न केवल आपके रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न करते है और आपकी नसों को कमजोर होने का एक कारण बनतें है। पैर के उपर पैर रख कर एक साइड बैठने से नसों में सूजन पैदा हो जाती है और ऐसी एकत्रित नसों को स्पाइडर वेंस कहा जाता है।
लकवा और शक्तिहीन बनाना : पेरोनल नर्व पैर में प्रमुख तंत्रिका होती है जो घुटने के नीचे होती है और यह पैरों पैर के बाहर से गुजरती है। अगर आप लम्बी अवधि तक क्रॉस लेग पोजीसन में बैठते है तो आपके पेरोनल तंत्रिका पर दबाव पैदा होता है और इस कारण कई बार पैरों और हाथों की मांसपेशियों में टेम्पररी अर्थात अस्थाई लक़वा की समस्या उत्पन्न हो जाती है बार-बार यह समस्या उत्पन्न होने से हमारी मांसपेशियां शक्तिहीन बनने लगती है जो बाद में गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है।
सिर्फ बैठने की गलत आदत की वजह से हमें अगर इतनी खतरनाक स्वास्थ्य तकलीफ़ होती है तो हमारे लिए इससे बुरा कुछ नही हो सकता है इसलिए अगली बार जब भी आप क्रॉस लेग पोजीसन में बैठने लगे तो इस स्थिति में बैठने से उत्पन्न होने वाली समस्याओं का ध्यान जरुर कर लें।
आइयें जानतें है पैर के उपर पैर रख एक साइड होकर बैठने पर आपके स्वास्थ्य पर क्या क्या प्रभाव पड़ते है।
रक्त प्रवाह का बिगड़ना : जब आप क्रॉस लेग कर बैठते है तो रक्त चाल पैरों से वापिस हो कर छाती तक पहुंचने लगता है नतीजतन आपका रक्तचाप बढ़ने लगता है इसलिए अधिक समय तक पैर के उपर पैर रख एक साइड बैठने से परहेज करें। बैठने के तरीके के अतिरिक्त पैर की मांसपेशियों वाले व्यायाम उदाहरण के तौर पर इसोमेट्रिक व्यायाम से भी रक्त प्रवाह के लिए प्रतिरोध बढ़ जाता है।
गर्दन में दर्द और कूल्हों में तकलीफ : स्वास्थ्य के लिहाज से पैर के उपर पैर रख एक साइड बैठना एक बेवकूफ मुद्रा है और आप अगर प्रति दिन तीन घंटे तक क्रॉस लेग कर बैठते है तो स्वास्थ्य संबंधी कुछ गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती है क्योकि जब आप क्रॉस लेग कर बैठते है तो रीढ़ की हड्डी पर अधिक दबाव पड़ता है जिसकी वजह से पीठ के निचले हिस्से गर्दन और कमर में दर्द उत्पन्न होने लगता है।
नसों को कमजोर बनाता है : जब आप क्रॉस लेग कर बैठते है तो यह न केवल आपके रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न करते है और आपकी नसों को कमजोर होने का एक कारण बनतें है। पैर के उपर पैर रख कर एक साइड बैठने से नसों में सूजन पैदा हो जाती है और ऐसी एकत्रित नसों को स्पाइडर वेंस कहा जाता है।
लकवा और शक्तिहीन बनाना : पेरोनल नर्व पैर में प्रमुख तंत्रिका होती है जो घुटने के नीचे होती है और यह पैरों पैर के बाहर से गुजरती है। अगर आप लम्बी अवधि तक क्रॉस लेग पोजीसन में बैठते है तो आपके पेरोनल तंत्रिका पर दबाव पैदा होता है और इस कारण कई बार पैरों और हाथों की मांसपेशियों में टेम्पररी अर्थात अस्थाई लक़वा की समस्या उत्पन्न हो जाती है बार-बार यह समस्या उत्पन्न होने से हमारी मांसपेशियां शक्तिहीन बनने लगती है जो बाद में गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है।
सिर्फ बैठने की गलत आदत की वजह से हमें अगर इतनी खतरनाक स्वास्थ्य तकलीफ़ होती है तो हमारे लिए इससे बुरा कुछ नही हो सकता है इसलिए अगली बार जब भी आप क्रॉस लेग पोजीसन में बैठने लगे तो इस स्थिति में बैठने से उत्पन्न होने वाली समस्याओं का ध्यान जरुर कर लें।
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