Sunday, January 22, 2017

चेहरे कि सुन्दरता और त्वचा के लिए एक्टिवेटेड चारकोल के उपयोग जानिए अभी

एक्टिवेटेड चारकोल का पहली बार प्रभावी प्रयोग प्रथम विश्व युद्ध के डोरण गैस मास्क में किया गया था जो फ़ौजियों को जहरीले केमिकल से बचाने में मदद करता था। इसके बाद 1930 में चारकोल का प्रयोग मुख्य रूप से पानी को स्वाधीन और गंदरहित बनाने के लिए किया जाने लगा और यह प्रविधि कई दशकों तक लगातार चलती रही। यह एक्टिवेटेड चारकोल भी दिखने में सामान्य चारकोल की ही तरह होता है इसकी खास बात यह होती है कि इसका प्रयोग उपचार के लिए किया जाता है। यह त्वचा की सतह पर समान रूप से फ़ेल कर पोरों के माध्यम से भीतर गहराई में प्रवेश कर लेते हैं और भीतर के टॉक्सिन या जहरीले तत्वों को खींचकर बाहर निकाल देते हैं। इसका प्रयोग रासायनिक क्रियाओं और इलाज के क्षेत्रों में किया जाता है। पर यहाँ हल इस काले चारकोल के कुछ ऐसे बेहतरीन गुणों की बारे में बताने जा रहे हैं जो वाकई बहुत दिलचस्प है, क्या आप यह जानते हैं कि यह काले रंग का पदार्थ चारकोल, त्वचा और हमारी सुंदरता को बेहतर करने में कितना मददगार होता है?

एक्टिवेटेड चारकोल के गुण (Benefits of activated charcoal)

दांतों को साफ करने के लिए चारकोल के उपयोग (Teeth whitening)

यह सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है की कैसे यह काला सा दिखने वाला पदार्थ दांतों को सफ़ेद करने में उपयोगी है, लेकिन यह सच है की चारकोल दाँतो की सफाई के लिए बहुत सहायक होता है। एक्टिवेटेड चारकोल का पाउडर दाँतो को सफ़ेद कर उसे नए जैसी चमक प्रदान करता है। अपने रोज के टूथपेस्ट में ऊपर से एक्टिवेटेड चारकोल के पाउडर की कुछ मात्रा को छिड़क लें और इससे दाँतो में ब्रश करें। यह शुरुआत में आपको अजीब लग सकता है लेकिन जल्दी ही आप इसके अभ्यस्त हो जाएंगे क्योंकि इसमें किसी तरह की गंध या कोई भी स्वाद नहीं होता। तो जब भी आप इससे ब्रश करें तो अच्छी तरह कुल्ला कर मुंह से इसके कणों को निकल जाने दें। इसके प्रयोग से आपको केवल 2 हफ्तों के भीतर ही सकारात्मक परिणाम नज़र आने लगेंगे।

टिप्स (Tips)

  • एक्टिवेटेड चारकोल के कण या पौदरे आपकी त्वचा में चिपकता नहीं और आसानी से बाहर निकल जाता है लेकिन यह कपड़ों के संपर्क में आने पर कपड़ों में ही रह जात है, तो इसे प्रयोग के पहले गीले कागज या कपड़े से अपने शरीर के अन्य अंगों को सुरक्षित कर लेना बेहतर होगा।
  • संवेदनशील दांतों के लिए इसका उपयोग उपयुक्त नहीं होता है। अगर आपको अभी तक नहीं पता कि आपके दाँत संवेदनशील है या नहीं तो समय के साथ अपने दाँतो के कमजोर एनामेल पर ध्यान दें, अगर आपको लगता है कि आपके डाँड संवेदी हैं तो इस प्रयोग को कम बार दोहराएँ और एक बार दांतों में सफेदी आ जाने के बाद इसके प्रयोग को बंद कर दें।

बढ़ती उम्र के प्रभावों से बचाता है चारकोल (Anti-aging)

चारकोल किडनी तथा लीवर में कोशिकाओं को नष्ट होने या डैमेज से भी बचाता है। यह हमारे शरीर की एड्रीनल ग्रंथि की सेहत कि भी सुरक्षा का काम करता है। रासायनिक रूप से इसका प्रयोग जहरीले तत्वों को बाहर निकालने के लिए किया जाता है, शरीर के भीतर भी यह इसी तरह का कार्य करता है। यह भोजन और आस पास के वातावरण की वजह से हमारे शरीर में प्रवेश कर चुके टॉक्सिन को बाहर निकालने का कार्य करता है। रोजाना इसकी 2 केप्सूल खाने से उम्र के पहले दिखाई देने वाले त्वचा संबंधी विकार दूर हो जाते हैं। यह हमारे शरीर की संज्ञानात्मक तंत्र की भी मरम्मत कर उसे बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करता है। यह किडनी और लीवर की सुरक्षा और मरम्मत के साथ पाचन क्रिया को भी बेहतर करता है।
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