Thursday, January 12, 2017

यूरिक एसिड से भरपूर भोजन

यूरिक एसिड एक केमिकल है जो शरीर में बनता है जब शरीर टूटने लगता है और इस कारण प्यूरीन (purine) बढ़ता है। ऐसे कुछ खाने और ड्रिंक है जिन्मे प्यूरीन मौजूद होता है जैसे बियर, मैकरील, पीस, बीन्स, ऐन्कोवी (anchovies) और सूखी बीन्स। ये एक विशेष एसिड है जो खून में मिलकर, किडनी के मध्यम से सफ़र करता है और ये किडनी से यूरिन/ मूत्र के द्वारा निकल जाता है और इस तरह कुछ उलझनों को बढ़ा देता है। अगर खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो हाइपरयूरीसेमिया (hyperuricemia) का कारण बन जाता है। एक व्यक्ति में यूरिक एसिड की मात्रा 2.4 से 6.0 मिलीग्राम तक होनी चाहिए ताकि शरीर में संतुलन बना रहे, अगर व्यक्ति में यूरिक एसिड की मात्रा 3.4 से 7.0 मिलीग्राम तक हो जाती है तो ये उस व्यक्ति के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है। इस कारण शरीर में बहुत से रोग जैसे गाउट, आर्थराइटिस और अन्य उत्पन्न हो सकते है।

जब भी आप पूर्ण शरीर की जांच कराते है तो आपको सबसे पहले अपने यूरिक एसिड की मात्रा की जांच करानी चाहिए। केवल डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, वाइट ब्लड सेल्स काउंट के जांच से आप सेहतमंद नहीं रहते, इनके साथ आपको यूरिक एसिड की मात्रा की भी जांच करानी चाहिए। यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से एक व्यक्ति के शरीर में अनेक रोग उत्पन्न हो सकते है। ये एक व्यक्ति के शरीर में तब होते है जब प्यूरीन शरीर में टूटने लगता है। नीचे अनेक प्राकर के खाने की लिस्ट को दर्शाया गया है जिन्मे यूरिक एसिड भरपूर होता है।
यूरिक एसिड एक केमिकल पदार्थ है जो शरीर के अंदर पाया जाता है। यूरिक एसिड सलूशन तब बनता है जब प्यूरीन नामक पदार्थ शरीर के अंदर टूट जाता है। प्यूरीन एक ऐसा पदार्थ है जो खाने में पाया जाता है। यूरिक एसिड खून में मिलकर किडनी द्वारा सफ़र करता है और फिर यूरिन/ मूत्र के मध्यम से बहार निकल जाता है। हाइपरयूरिसेमिया और खून में अधिक मात्रा में यूरिक एसिड की समस्या तब उत्पन्न होती है जब यूरिक एसिड सलूशन किडनी से बहार निकल नहीं पाता है। जिन व्यक्ति को हाइपरयूरिसेमिया है उन्हें प्यूरीन से भरपूर खाने को नहीं खाना चाहिए।

पशु मांस (Beef)

पशुमांस एक ऐसा खाना है जिसमे सबसे ज्यादा मात्रा में प्यूरीन (यूरिक एसिड) मौजूद रहता है। लाल मांस (और उसके अंग जैसे लीवर, ब्रेन, हार्ट और किडनी) रैबिट / खरगोश, चिकन और लैम्ब में ज्यादा मात्रा में प्यूरीन होता है। जिन्हें हाइपरयूरिसेमिया उन्हें इन मांस से दूर रहना चाहिए। चिकन, टर्की और हैम के सफ़ेद मांस में हलकी मात्रा में प्यूरीन मौजूद होता है और इसलिए ये लाल पशुमांस जितना हानिकारक नहीं होता है। लेकिन इन मांस को भी आपको हद में रह कर ही खाना चाहिए। बत्तख, हंस और तीतर के मांस में भी ज्यादा मात्रा में प्यूरीन होता है। खाने को नियंत्रित करने के लिए जो प्लानिंग की जाती है उस कारण बेकन (Bacon) में भी प्यूरीन अधिक होता है।

फिश / शैल फिश (Fish / Shell fish)

फिश और शैल फिश तो प्यूरीन से भरपूर होती है। फिश जैसे कॉड फिश, ब्लू फिश और पर्च, सैल्मन और हेरिंग ( herring ) और मैकेरल ( mackerel ), स्नैपर और सारडाइन ( sardines ), ऐन्कोवी और मछली के अंडे। इन सभी फिश में प्यूरीन बहुत ही मात्रा में पाया जाता है। शैल फिश में भी ज्यादा प्यूरीन पाया जाता है, जैसे शंबुक (mussels), कस्तूरी (oysters), क्रैब, क्लैम्स, लॉबस्टर, स्कैलपस (scallops) और श्रिम्प (shrimp)।

अन्य खाने के पदार्थ (Various other food sources)

सब्जियां जैसे एस्परैगस, फूल गोभी, मशरूम, पालक और मटर को कम मात्रा में खाना चाहिए। बीन्स, नेवी बीन्स, लिमा बीन्स, किडनी बीन्स और लेंटिल में भी अधिक मात्रा में प्यूरीन मौजूद होता है। अन्य खाना जैसे ओटमील, गेहूं का अनाज और गेहूं का भूसा (wheat bran), गेहूं की ब्रेड और सरेअल्स में भी प्यूरीन होता है। अन्य पदार्थ जैसे पशुमांस और अन्य मांस के पदार्थ में भी ज्यादा मात्रा में प्यूरीन होता है।

शराब से सम्बंधित ड्रिंक (Alcoholic beverages)

ड्रिंक्स जिन्मे शराब मिली हुयी होती है उनमे भी ज्यादा मात्रा में प्यूरीन (purine) होता है। इसलिए कॉकटेल जैसे टकीला, रम, गिन, वोडका और वाइन से सावधान रहें। बियर भी प्यूरीन का कारण बन सकता है।

मानदंड (Criteria)

अन्य कारक जिनसे हाइपरयूरिसेमिया (hyperuricemia) हो सकता है वो है ज्यादा कॉफ़ी का सेवन करना, अधिक शराब पीना, परिवार जन के कारण और सोरायसिस (psoriasis) और साथ ही मेडिसिनल ड्रग्स का उपयोग जैसे कम डोस वाली एस्पिरिन (aspirin) और डाइयूरेटिक्स (diuretics) और अन्य।

लाल मांस / मटन (Red meat / mutton)

अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने का डर है तो आपको लाल मांस जैसे मटन से दूर रहना चाहिए। ये एक श्रेष्ठ आईडिया है। लाल मांस में लीवर एक ऐसा अंग है जिसमे सबसे ज्यादा मात्रा में यूरिक एसिड पाया जाता है। अन्य लाल मांस जैसे लैम्ब और पोर्क में भी यूरिक एसिड ज्यादा होता है। रिसर्च के अनुसार जो व्यक्ति रोजाना लाल मांस जैसे मटन, लैम्ब या पोर्क को खाता है उसमे 40 साल की उम्र के बाद गाउट का रोग उत्पन्न होने लगता है।

लाल रंग की सब्जियां (Red flag vegetables)

हमने ज्यादातर लोगो से यही सुना है की ताज़ी सब्जियाँ सेहत के लिए स्वस्थ होती है। लेकिन ऐसी कुछ विशेष सब्जियां है जिन्मे यूरिक एसिड ज्यादा भरपूर होता है और इन सब्जियों से आपको दूरी बनाए रखनी चाहिए। सब्जियाँ जैसे सूखे मटर, मशरूम, एस्परैगस (asparagus) और साथ ही पालक में यूरिक एसिड ज्यादा मौजूद होता है। आप अपने खाने में इन सब्जियों के अलावा कम कैल्शियम और ज्यादा मैग्नीशियम वाली सब्जियों का उपयोग कर सकते है। इस से आपके यूरिक एसिड की मात्रा संतुलित बनेगी और इनके सहयोग से आप गाउट को भी दूर कर सकेंगे। आप सब्जियां जैसे एवोकाडो, कॉर्न/ मक्की और आलू का भी सेवन कर सकते है क्योंकि इनमे ज्यादा मात्रा में मैग्नीशियम मौजूद रहता है।

ज्यादा फैट वाला खाना (High fat food)

अगर आपके ब्लड में ज्यादा मात्रा में यूरिक एसिड है तो आपके लिए बेहतर होगा की आप उन खानों से दूर रहें जिन्मे अधिक मात्रा में फैट होता है। अगर आप अधिक फैट वाला खाना खाते है तो ये आपकी किडनी के कार्य में समस्या उत्पन्न कर सकते है और जिस कारण बहुत से रोग शरीर में पैदा हो सकते है। आपको पूर्ण फैट वाले डेरी प्रोडक्ट जैसे आइस क्रीम और वसायुक्त दूध (whole milk) से दूर रहना चाहिए। आपको फ्राइड पदार्थ सहित चीस और एक्स्ट्रा क्रीम से भी दूरी बनाए रखनी चाहिए। ये साथ ही व्यक्ति में कैलोरी की मात्रा को भी बढाते है।

एनिमल प्रोटीन (Animal protein)

जिन मरीज में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होती है उन्हें अपने खाने में यूरिक एसिड 3 ओउंस तक की मात्रा तक सीमित करना चाहिये। सी फ़ूड में भी प्यूरीन मौजूद होता है और इसलिए इनका उपयोग बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। अन्य एनिमल प्रोटीन केटेगरी में आने वाले पदार्थ जिन्मे यूरिक एसिड अधिक होता है जैसे श्रिम्प, स्कैलप ( scallops ), हंस, तीतर और अन्य को दूर रखना चाहिए। इस से आप एनिमल प्रोटीन से दूर रहते है और अपने शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ने नहीं देते है।

शरीर में यूरिक एसिड को संतुलित बनाए रखने के लिए (Consideration for balancing uric acid in body)

पोटैशियम से भरपूर खाना (Potassium rich food)

खाना जिन्मे फाइबर की मात्रा अधिक हो, सरेअल्स, अनाज और साथ ही कार्बोहायड्रेट को यूरिक एसिड से भरपूर खाना माना जा सकता है। खाना जैसे सफ़ेद बीन्स, एवोकाडो, केले, सूखी खुबानी, सैल्मन फिश में पोटैशियम भरपूर होता है। ये खाना आहार में से अधिक यूरिक एसिड को निकाल देगा। इसलिए अपने आहार में पोटैशियम से भरपूर खाने को मिलाए।

कम प्रोटीन वाला आहार (Low protein food)

आप अनेक खाने के प्रोडक्ट का उपयोग कर सकते है जिन्मे प्रोटीन की मात्रा कम हो। एक ऐसा फल जो शरीर में से यूरिक एसिड की मात्रा को कम कर सके वो है चेरी। ये केवल यूरिक एसिड को कम नहीं करती बल्कि शरीर को डीटौक्सीफाई (detoxify) भी करती है। अगर आप 30 से 40 चेरी को खाते है तो आप एक्यूट अटैक से दूर रह सकते है। चेरी के अलावा आप अंडे, हरे पत्ते वाली सब्जियां, पास्ता, चावल, ब्रेड और अन्य का भी सेवन कर सकते है। ये भी शरीर में प्यूरीन की मात्रा को घटाने में प्रभावशाली है।
अगर आप अपने ब्लड में मौजूद यूरिक एसिड को कम कारने का इलाज कराने जा रहे है तो बेहतर होगा की आप अपने रोजाना आहार जिसका आप सेवन करते है उसके डाइट चार्ट पर ध्यान दें। रोजाना अपने खाने पर सही से ध्यान दें और साथ ही एक स्वस्थ आहार को बनाए रखें।

यूरिक एसिड से भरपूर खाने की लिस्ट (List of food rich in uric acid)

मिर्चियों के अंदर के बीज (Seeds inside chillies)

खाने को ज्यादा तीखा और स्वादिष्ट बनाने के लिए आप मिर्ची का उपयोग ज़रूर करते है। लेकिन बहुत से लोग इस बात से अनजान है की मिर्ची में मौजूद सफ़ेद बीज सेहत के लिए हानिकारक है। इन बीज में यूरिक एसिड है जो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ा सकते है। इसलिए अब से अपने खाने में जब भी मिर्ची का उपयोग करें तो बीज को पूर्ण तरह से निकाल लें और फिर बिना बीज वाली मिर्ची से खाना बनाए। अगर आप कच्ची मिर्ची खाना पसंद करते है तब भी इनके बीज निकाल कर ही इनका सेवन करें।

टमाटर के बीज (Tomato seeds)

सब्जियों में टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसमे सबसे ज्यादा जूस होता है और इसका उपयोग अनेक सब्जियों की करी में किया जाता है ताकि खाने को स्वादिष्ट और बेहतरीन बनाया जा सके। इसका हल्का खट्टा स्वाद होता है जो नमक के साथ मिलकर स्वाद को और भी बेहतरीन बना देता है। लेकिन टमाटर को भी सावधानी से ही उपयोग में लेना चाहिए। इसका यह अर्थ हुआ की आपको टमाटर का उपयोग करते समय इनके बीज को निकाल देना है और फिर इसका उपयोग करना है। क्योंकि इन बीज में यूरिक एसिड मौजूद होता है जो आपके शरीर के लिए आगे जाकर हानिकारक साबित हो सकता है।

चॉकलेट (Chocolate)

अगली बार जब भी आप चॉकलेट खाने की सोचते है तो सावधानी बनाए रखें। चॉकलेट या कैडबरी से व्यक्ति में फैटी लेयर बढ़ता है। लेकिन रिसर्च के अनुसार ये भी पता चला है की चॉकलेट में सबसे ज्यादा मात्रा में यूरिक एसिड मौजूद रहता है। इसलिए बेहतर होगा की आप इसका सेवन कम करें अगर हो सकें तो बंद कर दें।
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