Monday, February 1, 2016

आंखों को यूं बचाएं संक्रमण से

मॉनसून के आते ही आंखों में कई तरह की परेशानियों का खतरा बढ़ जाता है। बरसात के दौरान आंखें वायरल संक्रमण का आसान शिकार बन सकती हैं। कंजक्टिवाइटिस मानसून के दिनों में महामारी की तरह फैलता है। वायरस, बैक्टीरिया और फंगस के संक्रमण की वजह से कंजक्टिवाइटिस होता है। कंजक्टिवाइटिस वैसे तो ज्यादा खतरनाक बीमारी नहीं है, लेकिन आंखों में होने के कारण यह कष्टदायक होता है।



कंजक्टिवाइटिस एक संक्रामक रोग है, जो एक व्यक्ति से दूसरे में बहुत तेजी से फैलता है। बच्चे इस रोग के शिकार सबसे ज्यादा होते हैं और उन्हें यह संक्रमण स्कूल, खेल के मैदान में दूसरे संक्रमित बच्चों के संपर्क में आने से होता है। इस संक्रमण में आंखों में जलन होती है, आंखें लाल हो जाती हैं और आंखों से पानी आने लगता है। पलकों पर पीला और चिपचिपा तरल जमा होने लगता है। आंखों में चुभन और खुजली होती है, सूजन आ जाती है और तेज दर्द होता है। कई बार इस संक्रमण के कारण बुखार भी हो जाता है। आमतौर पर इस संक्रमण की शुरुआत एक आंख से ही होती है, लेकिन जल्द ही दूसरी आंख भी इसकी चपेट में आ जाती है। आपकी आंखें हैल्दी रहें इसके लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं।
  • आंखों की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।  आंखों को दिन में दो-तीन बार साफ और ठंडे पानी से धोएं।  
  • किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। संक्रमित व्यक्ति से हाथ न मिलाएं और उनकी चीजें जैसे चश्मा, तौलिया, तकिया आदि न छुएं।
  • ऑफिस में बहुत से लोग एक ही कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते हों तो की-बोर्ड और माऊस को संक्रमण रहित करके ही काम करें।
  • किसी दूसरे व्यक्ति का रूमाल या तौलिया इस्तेमाल ना करें। संक्रमण आमतौर पर तौलिए या हाथ पोंछने के अन्य सामान आदि से एक-दूसरे तक फैलता है।
  • अपना आई-मेकअप का सामान किसी के साथ शेयर न करें।
  • नाखून न बढ़ाएं क्योंकि उनमें गंदगी जमा हो सकती है।
  • आंखों में अगर लाली हो या आंखों से पानी निकल रहा हो तो कांटैक्ट लैंस न लगाएं।
  • जब भी घर से बाहर जाएं, धूप का चश्मा जरूर पहनें। यह न सिर्फ धूप से आंखों की सुरक्षा करता है बल्कि धुएं और धूल-मिट्टी से होने वाली एलर्जी से भी बचाव करता है।
  • आंखों को बार-बार हाथ से न छुएं।
  • अगर आंख में कुछ गिर जाए, तो उसे मलें नहीं, बल्कि साफ पानी से धो लें। आराम न मिले तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा आंखों में न डालें।
  • गंदगी और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने सें बचें।
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