Thursday, January 28, 2016

Hindi tips for tightening / firming breasts – स्तनों की कसावट के घरेलू उपाय

ढीले स्तन महिलाओं के लिए एक बड़ी समस्या का कारण होते हैं एवं उन्हें ऐसे उत्पाद की हमेशा से आवश्यकता रही है जो उनके स्तनों को सुडौल बनाकर उनमें कसावट भर दें। स्तनों के ढीले होने का कारण हर महिला के क्षेत्र में अलग अलग हो सकता है। आपको हमेशा अपने अपने स्तनों की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए क्योंकि ये शरीर एक उन भागों में से एक है जो एक महिला को पुरुषों से अलग करता है। मर्द भी हमेशा अपनी पत्नी या संगिनी के स्तनों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता में रहते हैं। जब भी आप सज संवर कर कहीं जाती हैं या अपनी मनपसंद पोशाक पहनती हैं तो आपके स्तन आपकी सुंदरता में चार चाँद लगाते हैं।
शोध के अनुसार ३५ की उम्र पार करने के बाद धीरे धीरे महिलाओं की त्वचा ढीली होनी शुरू हो जाती है। यह महिलाओं के उम्रदराज होने का एक प्रमाण भी है। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान जब एक बच्चा माँ का दूध पीता है तो स्तनों से दूध निकलने के फलस्वरूप उनके स्तन झुक जाते हैं और ढीले पड़ जाते हैं। स्तनपान के कारण महिलाओं के सीने के तंतु ढीले पड़ जाते हैं। एक माँ लिए अपनी सुंदरता एवं स्वास्थ्य त्याग देती है और उसके स्तन अपना सही आकार खो देते हैं।

स्तनों की कसावट के कुछ उपाय (Home remedies for tightening and firming breasts)

योग (Yoga for toning breasts)

शोध के अनुसार योग करने से शरीर के विभिन्न मांसपेशियों को नयी ऊर्जा एवं स्फूर्ति प्राप्त होती है। सांस अंदर करने एवं बाहर छोड़ने वाला व्यायाम सेहत के दृष्टिकोण से काफी अच्छा होता है पर अगर आप इस व्यायाम को सही ढंग से करें तो इससे आपके स्तनों में भी कसावट आ सकती है। शरीर के विभिन्न अंगों की परेशानियां दूर करने के लिए योग के कई प्रकार हैं। स्तनों की कसावट के लिए हाथ,कंधे,सीने एवं अन्य अंगों का व्यायाम अनिवार्य है। शीर्षासन,पैरों का व्यायाम तथा पीठ सीधी करने के लिए किये जाने वाले व्यायाम से भी आपको वक्षों में कसावट आती है।

रोज़ाना का शारीरिक परिश्रम (General physical activity)

रोज़ाना किये जाने वाले घर के कार्यों से भी आपके बिना जाने आपके स्तन कसते हैं। कुछ ऐसे काम होते हैं जो कि काफी मेहनत वाले होते हैं एवं उन्हें अनदेखा नहीं किया जा सकता,परन्तु कामों को करने से शरीर भी स्वस्थ रहता है एवं ढीले स्तनों में भी जान आती है। अगर ज़्यादा दौड़भाग,जॉगिंग एवं इस तरह के अन्य व्यायाम आपकी दिनचर्या में शामिल हैं तो इससे कसावट की प्रक्रिया तीव्र होती है। हालांकि ढीले स्तन होने की स्थिति में ज़्यादा दौड़भाग उचित नहीं है क्योंकि इससे स्तनों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है परन्तु इसका भी एक उपाय है। आप अपनी नाप की स्पोर्ट्स ब्रा खरीदें जिससे आपके स्तन अत्याधिक हिलने डुलने से बचे रहे।

ख़ास तरह की ब्रा (pushup bras to uplift the breasts)

जिन महिलाओं को स्तन झूलने एवं ढीले होने की शिकायत रहती है वे अपने स्तनों का आकार सही रखने के लिए ख़ास तरह की ब्रा खरीद सकती हैं। पुश अप ब्रा खरीदें जो कि आपके स्तनों को झूलने से रोकता है एवं ढीला होने से बचाता है।अगर आप सही नाप की ब्रा लेने में असफल हो रही हैं तो दूकान के कर्मचारी आपकी सही ब्रा खरीदने में मदद कर सकते हैं।

बर्फ की मसाज(Ice messaging to firming the bust)

यह तरीका ज़्यादातर लोगों को पता नहीं है परन्तु बर्फ की मसाज करके भी आप अपने स्तनों को ढीला होने से रोक सकती हैं। बर्फ आपके स्तनों को उभार देता है और उन्हें ढीला होने से रोकता है। २ बर्फ के टुकड़े लें और उन्हें गोलाकार मुद्रा में अपने स्तनों के आसपास घुमाएं। इसे १ मिनट से ज़्यादा न करें क्योंकि स्तनों के पास की त्वचा काफी संवेदनशील होती है।

मुद्राएं (Olive oil massage for firming)

ढीले स्तनों का एक और कारण खराब मुद्राओं में उठना बैठना भी है। अगर आपो हमेशा कंधे झुकाकर बैठी रहती हैं तो इसका आपके स्तनों पर खराब प्रभाव पडेगा। इस मुद्रा में बैठने वाली ज़्यादातर महिलाओं को ढीले स्तनों की समस्या होती है। हमेशा सीधे होकर बैठने का प्रयास करें।

तेल का प्रयोग

आप अपने स्तनों पर बाज़ार में मिलने वाले कई तरह के तेल जैसे पुदीने का तेल,सौंफ का तेल,गाजर का तेल आदि लगा सकती हैं। तेल लगाकर अपने स्तनों पर गोलाकार मुद्रा में मालिश करें। तेल को ज़्यादा मात्रा में ना लगाएं बल्कि २-३ बूँदें एक स्तन पर लगाएं। ज़्यादा मात्रा में लगाने से यह तेल आपके स्तनों में जलन पैदा कर सकते हैं। अगर आप वनस्पति तेल में मिलाकर इसका प्रयोग करें तो ज़्यादा अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
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